अपनी जिंदगी के 64 बसंत पूरे कर चुकी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का 8 मार्च को जन्मदिवस है। यह उनका 65वां जन्मदिन है। इसी दिन अंतराष्ट्रीय महिला दिवस भी मनाया जाता है। साथ ही इस साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसी दिन राजस्थान पधार रहे हैं। एक राजसी परिवार से ताल्लुख रखने के बाद भी वसुन्धरा राजे हमेशा राजस्थान की जनता की प्रिय बनकर रहीं। यही वजह है कि राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य वसुन्धरा राजे को ही मिला। राजनीति में आने के बाद उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन केवल सेवा में ही बिता दिया। जीवन में आए उतार-चढ़ाव एवं संघर्ष के बाद भी उन्होंने राजनीति में ऊंचा मुकाम हासिल किया और दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को समर्पित इस खास लेख में जानें उनकी जिंदगी से जुड़े 10 अहम तथ्य ….
1. वसुन्धरा राजे का जन्म 8 मार्च,1953 को मुंबई में हुआ था। राजे मशहूर ग्वालियर राजघराने की बेटी हैं।
2. राजे के पिता का नाम जीवाजी राव सिंधिया और माता विजयाराजे सिंधिया हैं। उनकी मां की गिनती भाजपा के प्रमुख नेताओं में होती थी। अब वह इस दुनिया में नहीं हैं।
3. वसुन्धरा राजे की स्कूली शिक्षा कोडाईकनाल के प्रेजेन्टेशन कॉन्वेन्ट स्कूल में हुई है। मुम्बई विश्वविद्यालय के सोफिया कॉलेज से उन्होंने अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान से स्नातक की है।
4. वसुन्धरा राजे की राजनीतिक करियर की शुरूआत 1984 में हुई जब वह भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य बनीं। अपने उम्दा कार्य की वजह से एक साल बाद 1985 में राजस्थान भाजपा के यूथ विंग की उपाध्यक्ष और उसी साल धौलपुर से विधानसभा चुनाव जीतकर राजस्थान के 8वीं विधानसभा की सदस्य बनीं।
5. 1998 में राजे ने झालवाड़ संसदीय क्षेत्र से 12वीं लोकसभा चुनाव जीता। इसी साल वह वाजपेयी सरकार में विदेश राज्य मंत्री के रूप में शामिल हुईं। 1999 के एनडीए की सरकार में एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री बनी। इस बार उन्हें लघु, कृषि और ग्रामीण उद्योग मंत्रालय का पदभार सौंपा गया।
6. वसुन्धरा राजे से जुड़ी दिलचस्प बात यह है कि उनके दिवगंत भाई माधव राव सिंधिया कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे जबकि वह खुद भाजपा की नेता हैं। कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके भतीजे हैं। राजे की छोटी बहन यशोधरा राजे सिंधिया मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री है।
7. 8 दिसम्बर, 2003 को वसुन्धरा राजे ने राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 2013 में उन्होंने फिर से राजस्थान की मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया और पद पर बनी हुई हैं।
8. वसुन्धरा राजे का विवाह राजस्थान के धौलपुर राजघराने के महाराजा हेमंत सिंह से हुआ था। हालांकि यह शादी एक वर्ष ही टिक पायी।
9. वसुन्धरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह भी राजनीति में सक्रिय हैं और झालावाड़-बारां से लोकसभा सांसद हैं।
10. वसुन्धरा राजे की गिनती सख्त छवि के प्रशासक के रूप में है। वह सख्ती से राजनीति करने के लिए भी जानी जाती हैं। अकसर उनकी शर्तों के आगे केंद्रीय नेतृत्व को ही समझौता करना पड़ता है। अपने बाड़मेर दौरे के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजे के बारे में कहा था कि उनका बाड़मेर रिफाइनरी केन्द्र के लिए बड़ा घाटे का सौदा है लेकिन वसुन्धरा राजे के अटल विश्वास की वजह से उन्हें इसके लिए स्वीकृति देनी पड़ी।
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