सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा दिया गया ‘ई-रत्न ऑफ इंडिया अवॉर्ड’ मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने ग्रहण किया। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने यह अवॉर्ड मुख्यमंत्री को बुधवार को सौंपा। बता दें कि कोलकाता में 20 जनवरी को सीएसआई के 52वें वार्षिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री को ई-रत्न ऑफ इंडिया अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। यह अवार्ड मुख्यमंत्री के स्थान पर विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने ग्रहण किया था।
अवॉर्ड ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आईटी का अधिक से अधिक उपयोग कर प्रदेशवासियों को पारदर्शी एवं त्वरित सेवाएं उपलब्ध कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विगत चार वर्षों में प्रदेश में आईटी के क्षेत्र में हुए नवाचारों ने पूरे देश में मिसाल कायम की है और राजस्थान आईटी के क्षेत्र में एक मॉडल स्टेट के रूप में उभरा है।
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आपको बता दें कि कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया (सीएसआई) ने ई-गवर्नेंस को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न श्रेणियों में ई-रत्न ऑफ इंडिया अवॉर्ड पुरस्कार वर्ष 2002 से देना शुरू किया है। इन पुरस्कारों के लिए प्राप्त होने वाले आवेदनों का सरकार, उद्योग क्षेत्र, अकादमी और व्यावसायिक सोसायटी के कई विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन किया जाता है।
अखिल अरोड़ा ने बताया कि ई-गवर्नेंस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में राजस्थान को स्टेट कैटेगिरी अवार्ड, शिक्षा के क्षेत्र में राज ई-ज्ञान, महिला सुरक्षा के क्षेत्र में राज महिला सुरक्षा सर्वश्रेष्ठ तकनीक अवार्ड, फ्रॉड डिटेक्शन फ्रेम वर्क के लिए सीएसआई निहिलेंट अत्याधुनिक तकनीक अवार्ड, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के लिए ई-गवर्नेंस अवार्ड तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना को पुरस्कृत किया गया है।
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