राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से उनके नार्थ ब्लॉक स्थित कार्यालय में मुलाकात की। यह एक सामान्य मुलाकात थी लेकिन इस दौरान मुख्यमंत्री राजे ने प्रदेश के संगमरमर उद्योग से जुड़े लोगों और अफीम किसानों की समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने वित्त मंत्री से मार्बल और ग्रेनाइट स्लैब्स तथा टाइल्स पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की वर्तमान टैक्स दरों को कम कराने का आग्रह किया ताकि राजस्थान में इस उद्योग से जुड़े उद्यमियों के साथ ही उपभोक्ताओं को भी राहत मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने उदय योजना के तहत ऋण के पुनर्भुगतान के लिए उधार की सीमा बढ़ाने की भी गुजारिश की।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वित्त मंत्री अरूण जेटली को बताया कि राजस्थान के संगमरमर उद्योग की देश-विदेश में अलग ही पहचान है। इस उद्योग से राज्य के हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। राजस्थान को देखते हुए मार्बल और ग्रेनाइट स्लैब्स तथा टाइल्स पर बढ़ाई गईं जीएसटी की दरें काफी ज्यादा हैं। इससे उद्योगकर्मियों को तो नुकसान हो ही रहा है, उपभोक्तओं को भी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। इससे इन उद्योगों को खतरा हो सकता है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री राजे ने जेटली से मार्बल और ग्रेनाइट स्लैब्स तथा टाइल्स पर जीएसटी की वर्तमान टैक्स दरों को कम करवाने का आग्रह किया। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा अफीम किसानों के हित में उठाये गये कदमों के लिए आभार जताया।
इसके अलावा, राजे ने तोल से जुड़ी किसानों की कठिनाईयों को दूर करने और उदय योजना के तहत ऋण के पुनर्भुगतान के लिए उधार की सीमा बढ़ाने की अनुमति प्रदान करने का भी आग्रह किया। इस अवसर पर अतिरिक मुख्य सचिव वित्त डी.बी.गुप्ता, वित्त सचिव (राजस्व) प्रवीण गुप्ता के साथ राज्य के नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी भी उपस्थित थे।
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