मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी प्रदेश के गौरवमयी इतिहास को जानने के साथ ही हमारे महापुरूषों एवं लोक देवताओं के आदर्शों को आत्मसात कर सके। इसी भावना के साथ सरकार इन महापुरूषों के पेनोरमा तैयार करवा रही है। मुख्यमंत्री राजे शनिवार को बीकानेर के देशनोक में श्रीकरणी माता पेनोरमा के लोकार्पण समारोह तथा कतरियासर में श्रीजसनाथ मंदिर व माता काल्लदे मंदिर के दर्शन के बाद समारोह को संबोधित कर रही थीं। राजे ने कहा कि हमने करणी माता पेनोरमा का निर्माण कर इसे आमजन को समर्पित कर दिया है। इसे साफ-सुथरा रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। पेनोरमा में अपने इतिहास को देखने और इस पर गर्व करने का अवसर मिलेगा।
85 लाख रुपए के लोकार्पण
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सीईएससी लिमिटेड कोलकाता द्वारा 50 लाख रुपये की लागत से तैयार सभागार तथा 35 लाख की लागत से तैयार करणी माता की गनमेटल प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने करणी माता पेनोरमा का लोकार्पण किया तथा पेनोरमा का अवलोकन करते हुए यहां स्थापित की गई प्रतिमाओं की सराहना की। राजे ने करणी माता मंदिर में दर्शन किए तथा प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने काबे (सफेद चूहे) के दर्शन भी किए।
40 से अधिक पेनोरमा बना रही प्रदेश सरकार
करणी माता पेनोरमा का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश भर में महापुरूषों और लोक देवी-देवताओं के 40 से अधिक पेनोरमा बना रही है। इनमें से कई पेनोरमा का काम पूरा भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी अपने परिजनों के साथ इन पेनोरमाओं का अवलोकन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नापासर में गौ अभयारण्य बनाने और बीकानेर में नंदीशाला के विकास के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हो गए हैं।
गोरक्षा, पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक भेदभाव दूर करने संदेश
यहां उन्होंने करणी माता ने गोरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के साथ ही सामाजिक भेदभाव को दूर करने संदेश दिया। उन्होंने जंगल, गोचर और ओरण भूमि को बचाने के लिए सामाजिक चेतना भी जाग्रत की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के इन सिद्धांतों का अनुसरण करने से हम समय पर बरसात नहीं होने जैसी प्राकृतिक समस्याओं से बच सकते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बीकानेर के कतरियासर में श्रीजसनाथ मंदिर तथा श्रीकाल्लदे माता मंदिर के दर्शन भी किए। इस अवसर पर केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, प्रदेश के जल संसाधन मंत्री डॉ.रामप्रताप, संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल, विधायक सिद्धि कुमारी, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी सहित बड़ी संख्या में अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
Read more: यातायात नियमों की पालना के साथ बच्चों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करें माता-पिता-मुख्यमंत्री