राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस (7 जुलाई) के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। सीएम राजे ने अपने संदेश में कहा कि आपसी सहयोग से देश, प्रदेश और समाज के विकास में भागीदार बनना सहकारिता का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि सहकारिता हमारी विशिष्ट परम्परा है और सहकार की भावना हमें विरासत में मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में पिछले साढ़े चार साल में कई ऐसे कार्य हुए हैं जो आजादी के बाद से अब तक नहीं हो पाए थे। राजस्थान सहकारिता के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है।
राज्य सरकार ने सहकारिता और सहकारी संस्थाओं को किया मजबूत
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सहकारिता और सहकारी संस्थाओं को लगातार मजबूत किया है। सहकारी संस्थाओं के माध्यम से हमारे किसान भाइयों को सशक्त बनाने के ठोस उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण में अग्रणी है। सहकारी बैंकों से जुड़े 29 लाख से अधिक किसानों का 50 हजार रुपए तक का कर्जा माफ किया गया है। इसके अलावा फसली ऋण से जुड़े सभी किसानों की दुर्घटना बीमा राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई है। मुख्यमंत्री राजे ने आशा व्यक्त की है कि प्रदेश में सहकारी समितियां और अधिक उत्कृष्टता से कार्य कर राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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