राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राज्यपाल कल्याण सिंह ने पद्म भूषण से सम्मानित हिन्दी के विख्यात कवि एवं गीतकार गोपाल दास ‘नीरज’ के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री राजे ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व. गोपालदास ने अपने गीतों और कविताओं के माध्यम से काव्य जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अपनी अतुलनीय काव्य शैली से हिंदी काव्य जगत को नया स्वरूप प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीरज हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य हस्ताक्षर थे। वे अपने गीतों और कविताओं के लिए सदैव याद किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
‘नीरज’ के गीतों में भी जीवन के संघर्ष की झलक दिखाई देती है: राज्यपाल
राज्यपाल कल्याण सिंह ने विख्यात गीतकार व महाकवि गोपाल दास नीरज के निधन पर संवेदना प्रकट की है। राज्यपाल सिंह ने अपने संदेश में कहा, ‘स्व. नीरज, जीवन दर्शन के रचनाकार थे। पचास वर्षों तक गीत व कविताएं लिखने वाले स्व. गोपाल दास ने जीवन में बहुत संघर्ष किया। उनके गीतों में भी जीवन के संघर्ष की झलक साफ दिखाई पड़ती है।
Read More: राजस्थान: 15 अगस्त तक प्रदेश के 29 लाख किसानों का हो जाएगा कर्जमाफ
राज्यपाल सिंह ने कहा कि स्व. गोपाल दास अलीगढ़ में रहते थे, उस दौरान अनेक अवसरों पर उनसे मुलाकात होती थी। गीत व कविताओं से स्व. गोपाल दास अमर रहेंगे। स्व. नीरज की रचनाएं ऐसी हैं, जिन्हें कभी भुलाया नही जा सकता। राज्यपाल सिंह ने दिवगंत की आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परमात्मा से प्रार्थना की है।