मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बाड़मेर में 100 करोड़ की लागत से 100 बीघा भूमि पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्कूल बनाया जाने की घोषणा की है। इसमें स्थानीय युवाओं को कौशल संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि स्थानीय युवाओं को रिफाइनरी में रोजगार के अवसर मिल सके। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने रविवार को सिवाना कस्बे में आयोजित जन सभा को संबोधित करते हुए यह घोषणा की है। यहां मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि प्रदेश में सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से वृहद स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। नए राजस्थान के सपने को पूरा करने के लिए प्रदेश को हर क्षेत्र में आगे लाना होगा। बाड़मेर एवं जैसलमेर जिले आगामी दिनों में प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल होंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य का दूसरा स्थान
राजे ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश पूरे देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की गई है। राजश्री योजना में 16 जून, 2016 से 33 लाख बालिकाओं को लाभांवित किया गया है। प्रदेश में 9 हजार किसानों का 30 लाख रुपए का ऋण माफ किया गया है। फसल बीमा में 3000 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया है। साथ ही देश में पहली बार राजस्थान में किसानों को 80 हजार करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है।
सप्ताह में मिलेगा मीठा पानी
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जानकारी दी कि सिवाना कस्बे में सितंबर माह में हिमालय का मीठा नहरी पानी पहुंच जाएगा। इसके लिए पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना पर 1427 करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। उम्मेदसागर-धवा-समदड़ी-खंउप पेयजल परियोजना से समदड़ी में नहरी पानी पहुंच चुका है। इससे इस क्षेत्र की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो गया है।
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