जयपुर। प्रदेश के भरतपुर के रूपवास इलाके के चक सामरी गांव में जहरीली शराब का सेवन करने से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को यहां शराब पीने से 4 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 3 और लोगों ने दम तोड़ दिया था। अब 3 लोगों की हालत भी गंभीर बनी हुई है। इन्हें आंखों से दिखना बंद हो गया है। इन्हें जयपुर रैफर कर दिया है। घटना के बाद विधायक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल लिया है। घटना के बाद शुक्रवार को भी गांव शोक में डूबा रहा। कलेक्टर नथमल डिडेल ने मृतकों को परिजनों को सहायता देने का भरोसा दिया है।
आधा दर्जन अधिकारी सस्पेंड और एपीओ
जहरीली शराब कांड के मामले में गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने वाले अधिकारियों पर गाज गिरी है। सीएम अशोक गहलोत ने पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग के करीब आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुये उन्हें सस्पेंड और एपीओ कर दिया है। शराब कांड के कारणों की जांच संभागीय आयुक्त भरतपुर से करवाने के निर्देश दिये गये हैं। इस कांड के शिकार हुये मृतकों के परिजनों को 2.2 लाख रुपये और अन्य पीड़ितों को 50.50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
सीएम के निर्देश के बाद भरतपुर के जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आबकारी अधिकारी एवं एन्फोर्समेंट ऑफिसर राकेश शर्मा, बयाना आबकारी थाने के पेट्रोलिंग ऑफिसर रेंवत सिंह राठौड़ और बयाना आबकारी निरीक्षक योगेन्द्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, रूपवास आबकारी एन्फोर्समेंट थाने के पूरे स्टाफ को सस्पेंड किया गया है। रूपवास पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक मोहन सिंह और दो अन्य पुलिसकर्मी को भी सस्पेंड किया गया हैण् इनमें एक बीट इंचार्ज एवं बीट कांस्टेबल शामिल हैं। रूपवास एसडीएम ललित मीणा को हटाकर एपीओ कर दिया गया है।
मेथेनॉल की ज्यादा मात्रा से शराब होती है जहरीली
आरबीएम अस्पताल के डॉ. नवदीप सैनी बताते हैं कि हथकढ़ देशी शराब बनाने में मेथेनॉल अल्कोहल का इस्तमाल किया जाता है। इसकी ज्यादा मात्रा से शराब जहरीली हो जाती है। यह सीधे ऑप्टिक नर्व ’आंख का एक हिस्सा’ को डैमेज करती है। इससे आंखों की रोशनी भी चली जाती है। ऐसी स्थिति में हार्ट और लिवर डैमेज होने से मौत भी हो जाती है।