अगर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की सबसे बड़ी उपलब्धियों को गिना जाए तो भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम पहले स्थान पर आएगा, इसमें कोई शंका नहीं है। मुख्यमंत्री की 13 दिसम्बर, 2015 को शुरु हुई यह योजना प्रदेश के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना एक वरदान की तरह है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में अब तक 23.84 लाख मरीज इस योजना से निःशुल्क उपचार का लाभ उठा चुके हैं। प्रदेश के एक करोड़ से अधिक परिवारों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण इन्डोर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब तक 1658.45 करोड़ रुपए की राशि के 30 लाख 94 हजार 630 क्लेम सबमिट कर 23 लाख 84 हजार मरीजों का उपचार मिल चुका है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी नवीन जैन ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) में शामिल परिवारों के लिये संचालित यह योजना लगभग 1 करोड़ परिवारों के लिए लाइफ लाइन बन गयी है। योजना में गंभीर बीमारियों हार्ट बायपास के 2148, हार्ट वाल्व रिपेयर के 6 हजार 137, हार्ट एन्जियोप्लास्टी के 24 हजार 174, ब्रेन सर्जरी के 14 हजार 500, स्पाइनल सर्जरी के 9 हजार 521, कैंसर रेडियेशन के 8 हजार 249 एवं कैंसर सर्जरी के 7 हजार 637 मरीजोंं का निःशुल्क इंडोर उपचार कर लाभान्वित किया जा चुका है। 5 लाख 81 हजार से अधिक विभिन्न प्रकार की सर्जरी कर रोगियों को कैशलेस इन्डोर उपचार से लाभान्वित किया गया है।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत प्रतिवर्ष सामान्य बीमारियों हेतु 30 हजार रुपए तथा गंभीर बीमारियों हेतु तीन लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। बीएसबीवाई में 1 हजार 401 बीमारियों के पैकेज उपलब्ध करवाकर 500 से अधिक सरकारी तथा 700 से अधिक निजी अस्पतालों में पात्रा परिवारों को निःशुल्क इंडोर उपचार से लाभान्वित किया जा रहा है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राजकीय अस्पतालों में 470.22 करोड़ रुपए की राशि के 15 लाख 54 हजार 611 क्लेम एवं सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में 1188.23 करोड़ रुपये राशि के 15 लाख 40 हजार 19 क्लेम सबमिट किए जा चुके हैं।
Read more: लोगों के लिए एक वरदान और जीवनदायी है भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना