रेलवे स्टेशन सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शिशु को स्तनपान कराने में होने वाली परेशानी को देखते हुए प्रदेश के एक शहर के 27 रेलवे स्टेशनों पर शिशु स्तनपान कक्ष की शुरूआत की गई है। अब महिलाएं अपने शिशु को बगैर किसी संकोच के स्तनपान करवा सकेंगी। यह बीड़ा उठाया है महावीर इंटरनेशनल संस्था ने, जो अपने प्रोजेक्ट वात्सल्य के तहत हिमालय ड्रग कंपनी के सौजन्य से प्रथम चरण में जोधपुर रेल मंडल के 27 रेलवे स्टेशनों पर शिशु स्तन पान कक्ष शुरू करने जा रही है। इसके तहत शहर के अधिकांश जगहों पर केबिन बनाकर कक्ष तैयार किए जा चुके हैं। मकराना रेलवे स्टेशन पर शिशु स्तनपान कक्ष का पूरा स्ट्रक्चर तैयार हो गया है। कक्ष में कुर्सी, टेबल, पंखा, लाइट सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्रथम चरण में चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर ही केबिन बनाए गए हैं।
खास बात यह है कि प्रायोजक पार्टी का बूथ रूपी इन संपत्तियों पर स्थापना के बाद कोई अधिकार नहीं होगा। भविष्य में शिशु स्तनपान कक्ष रेलवे की संपत्ति ही माने जाएंगे।
इन रेलवे स्टेशन पर मिली शिशु स्तनपान कक्ष बनाने की मंजूरी
उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने महावीर इंटरनेशनल संस्था को मकराना रेलवे स्टेशन सहित जोधपुर, भगत की कोठी, राईका बाग पैलेस, फलौदी, गोटन, मेड़ता रोड जंक्शन, डेगाना जंक्शन, मारवाड़ मूंडवा, नागौर, नोखा, रामदेवरा, ओसियां, सुजानगढ़, लाडनूं, डीडवाना, देशनोक, बालोतरा, खाटू, बाड़मेर, मुनाबाव, पाली मारवाड़, छोटी खाटू, मोदरान, जालोर, धनेरा, समदड़ी, मा. भीनमाल, रानीवाड़ा रेलवे स्टेशनों पर शिशु स्तनपान कक्ष लगाने की स्वीकृति दी है।
रोडवेज बस स्टैंड पर भी बना बेबी फिडिंग कक्ष
नागौर के राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के बस डिपो पर बेबी फिडिंग कक्ष की स्थापना की गई है। यहां बैठने के लिए कुर्सी आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ऐसे कक्षों की स्थापना से माताओं को अपने नवजात बच्चों को दूध पिलाने में सुविधा होगी।