जयपुर। राजस्थान में पिछले दो साल से अपराध लगातार बढ़ते ही जा रहे है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार इन पर लगाम लगाने में असफल साबित हो रही है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर में भी अपराध चर्म पर है। जोधपुर शहर में अब गैंगवार, फायरिंग और जघन्य हत्याकांड आम बात हो गई है। सनसिटी हथियारों की तस्करी का बड़ा अड्ड बन गया है और वहां की पुलिस बेबस नजर आ रही है। प्रदेश के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के चार जिलों ने जोधपुर में आतंक मचा रखा है। एमपी से जोधपुर में बड़े पैमाने पर हथियार तस्करी हो रही है। उन्हीं हथियारों के बलबूते पर बदमाश बेखौफ हो रहे हैं।

फायरिंग और गैंगवार जैसी घटनाएं
इसके कारण शहर में खुले आम फायरिंग और गैंगवार जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। मध्य प्रदेश के बड़वानी, खरगोन, धार और धानपुर जिलों से जोधपुर शहर में बड़े स्तर पर हथियारों की तस्करी होने लगी है। पिछले डेढ़ बरस में जोधपुर पुलिस ने 98 पिस्टल और कारबाइन जब्त किए हैं। जोधपुर में ये हथियार एमपी के इन चार जिलों से सप्लाई हो रहे हैं।

हिस्ट्रीशीटर कर रहे है पुलिस पर फायरिंग
जोधपुर शहर में गैंगवार जैसी घटनाए सामने आती रहती है। इससे साफ जाहिर है कि एमपी से हथियार मिलने से यहां के बदमाश अब खुलेआम गंभीर अपराध करने से नहीं चूक रहे हैं। पिछले सप्ताह हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया और राकेश मांजू के बीच गैंगवार के चलते 9 राउंड फायरिंग हुई। वहीं उसके बाद 007 गैंग के जुड़े हिस्ट्रीशीटर अशोक विश्नोई ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने अशोक विश्नोई को गिरफ्तार कर उससे पिस्टल जब्त कर ली है।

नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास
जोधपुर (ईस्ट) के डीसीपी धर्मेन्द्र सिंह यादव इस नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। डेढ़ साल में ईस्ट पुलिस के थानों में इनसे जुड़ी 55 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें 98 पिस्टल और एक कारबाइन बरामद हुई है। पुलिस ने एमपी के एक हथियार तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। डीसीपी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि जोधपुर पुलिस एमपी पुलिस से संपर्क में है। वहां के चार जिलों में सप्लाई की चेन तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।