जयपुर। राजस्थान में मानसून ने 24 जून को दस्तक दी, लेकिन दस्तक के साथ ही प्रदेश में मानसून पूरी तरह से निष्किर्य बना हुआ है। हालांकि, इस दौरान कई जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई, लेकिन इस बारिश ने लोगों को राहत नहीं दी। बीते एक सप्ताह में प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर रखा है। हालांकि हाड़ौती में पिछले दिनों अच्छी बारिश हुई है। पिछले आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में यहां एक फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। जिससे वहां के किसानों के चेहरे खिले हुए है। इस मानसूनी की बारिश को देखते हुए किसानों को उम्मीद है कि इस बार अच्छा पैदावार होने होगी। वहीं प्रदेश के बाकी क्षेत्रों में बारिश का इंतजार किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बीते दिन प्रदेश में गर्मी ने जुलाई माह में छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को राजधानी जयपुर ने पारा 42 डिग्री सेल्यियस तक पहुंच गया था।
झालावाड़ में इस बार दोगुनी से अधिक एमएसपी गेहूं की खरीद
प्रदेश में इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद का नया रिकॉर्ड बना है। इस बार प्रदेश में गेहूं की पैदावार हुई है उतनी पहले कभी नहीं हुई। कोविड-19 आपदा की वजह से हुए लॉकडाउन में राजस्थान के अन्नदाताओं ने वह कारनामा कर दिखाया है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। प्रदेश के झालावाड़ में रबी विपणन वर्ष 2019—2020 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 25 हजार 421 मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। जबकि 2020—2021 वर्ष में लॉकडाउन अवधि के बावजूद भी विभाग ने केवल 73 दिनों में अभी तक 59 हजार 964 मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। यह पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़कर अब तक की सर्वाधिक खरीद का नया रिकॉर्ड कायम किया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद में गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कम समय मिला है।
बारां में भी बंपर हुई गेहूं की पैदावार
वहीं, बारां में रबी विपणन वर्ष 2019-2020 में 43 हजार 87 मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। और 2020—2021 में 87 हजार 285.3 मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। इस बार बारां में दोगुनी से अधिक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का रिकॉर्ड बनाया गया है। इस वर्ष कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए कई क्रय केन्द्र स्थापित किए गए। इन क्रय केन्द्रों पर गत 16 अप्रेल से गेहूं की खरीद की जा रही है।
इन जिलों में भी कायम हुआ सर्वाधिक खरीद का नया रिकॉर्ड
प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2020-2021 में लॉकडाउन अवधि के बावजूद अभी तक 21 लाख 61 हजार मैट्रिक टन गेहूं की खरीद कर पिछले वर्षों के रिकार्ड को तोड़कर अब तक की सर्वाधिक खरीद का नया रिकार्ड कायम किया है। प्रदेश में लगभग 2 लाख 12 हजार किसानों को लाभान्वित कर अभी तक 4 हजार 160 करोड रूपये के गेहूं की खरीद की जा चुकी है। सबसे ज्यादा हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, बांसवाड़ा और सवाईमाधोपुर जिलों में विभाग द्वारा ज्यादा गेहूं खरीद कर किसानों को राहत पहुंचाई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश के कारण केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित गेहूं की गुणवत्ता (गेहूं की चमक) के मापदण्डों में छूट प्रदान की गई जिसके कारण कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, सवाई माधोपुर, राजसमंद, चित्तोड़गढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों के किसानों को प्रत्यक्ष रूप से फायदा मिला।