जयपुर। आज विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है। लेकिन अभी तक कुछ पहेलियां अनसुलझी बनी हुई है। कैंसर भी एक लाइलाज बीमारी है। दुनिया में अभी तक इसका कोई इलाज नहीं मिला है। बेस्ट कैंसर को लेकर भी कई शोध चल रहे हैं। हाल ही में इससे जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आई है। अमेरिका में ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए जो वैक्सीन तैयार हो रही है, उस टीम में अपने देश की बेटी अजमेर की रहने वाली डॉक्टर छवि जैन भी शामिल है। इस वैक्सीन का जानवरों पर सफल ट्रायल होने के बाद अब महिलाओं पर क्लिनिक ट्रायल शुरू कर दिया गया है।
कभी भी देर पढ़ाई नहीं की
देश की बेटी छवि के इस अनोखे काम को लेकर दुनिया भर में जमकर तारीफ हो रही है। छवि की मां का कहना है कि उन्होंने कभी भी अपनी बेटी को पढ़ते हुए नहीं देखा, जब भी वह सवाल पूछती तो बिल्कुल सही जवाब देती थी। हैरानी की बात यह है कि छवि खुद कहती है कि उन्होंने आज तक कभी भी देर रात तक जगकर पढ़ाई नहीं की। इसके साथ उन्होंने यह भी बताया कि उनकी लर्निंग पावर बहुत अच्छी है।
पिता और माता भी है डॉक्टर
छवि के पिता संजीव जैन अजमेर के जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर है। उनकी मां डॉ. नीना जैन भी इसी हॉस्पिटल में हैं। वह एनिस्थिया विभाग में सीनियर प्रोफेसर व पूर्व एचओडी हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई सोफिया एवं मयूर स्कूल में हुई। इसके बाद पुणे के इंस्टीट्यूट ऑफ बायो इन्फोर्मेटिक्स एवं बायो टेक्नोलॉजी से एम.टेक और स्विटजरलैंड की स्वीस फैडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (EPFL) यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली। वर्तमान में मैं अमेरिका के लर्नर इंस्टीट्यूट क्लीवलैंड क्लीनिक में हूं। यहां डॉ. थामस बड एवं डॉ. विनसेंट टूही की रिसर्च पर आधारित कैंसर वैक्सीन की ट्रायल टीम में मैं शामिल रहीं। वर्तमान में वह अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की फीमेल रिसर्चर एम्बेसेडर भी है।
पहले इंजीनियर बनने की इच्छा थी
डॉक्टर छवि का कहना है कि उनके कजिन इंजीनियर थे और वो भी इंजीनियर बनना चाहती थी। मयूर स्कूल में 11वीं में मैथ्स सब्जेक्ट लिया। कुछ ही दिनों बाद बॉयो पढ़ने की इच्छा हुई तो स्कूल प्रबन्ध से इजाजत लेकर एक दिन के लिए बायो की क्लास अटेंड की। वहां बहुत अच्छा लगा और सब्जेक्ट में रुचि भी बढी। फिर रिक्वेस्ट कर मैथ्स के साथ बायो भी ले लिया। छुट्टियों में इंजीनियरिंग की कोचिंग शुरू की, लेकिन कुछ ही दिनों में मन बदल गया। मेडिकल की कोचिंग जॉइन कर ली।