जयपुर। राजस्थान में कृषि उपज मण्डियां तथा उप मण्डियां जल्द ही सौर ऊर्जा से रोशन होंगी। इसके साथ ही राजधानी की मुहाना स्थित फल सब्जी मंडी प्रांगण का कार्याकल्प भी होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभिन्न मण्डियों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की योजना और मुहाना मंडी में कचरा संयंत्र स्थापित करने को मंजूरी दी है। इसके साथ ही जयपुर की मुहाना फल सब्जी मंडी में कचरा शोधन संयंत्र लगेगा। कृषि विपणन विभाग के स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, जिन कृषि मण्डियों और उप मण्डियों के पास सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए पर्याप्त बजट है वहां ‘केपेक्स मोड’ के माध्यम से संयंत्र लगाए जाएंगे।
80 प्रतिशत तक मिलेगा ऋण
कृषि विपणन विभाग के प्रस्ताव के अनुसार इस प्रक्रिया में विभिन्न बैंकों से संयंत्र की लागत राशि पर 70 से 80 प्रतिशत तक ऋण प्राप्त किया जा सकता है। प्रस्ताव के अनुसार जिन मंडी समितियों के पास बजट उपलब्ध नहीं है वहां सोलर प्लांट की स्थापना का काम रेस्को मोड से होगा।
वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति जारी
इन संयंत्रों की स्थापना के लिए 12.32 करोड़ रूपए के प्रस्ताव के लिए वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि विभिन्न कृषि उपज मंडी समितियां अपने प्रागंणों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए पहले ही प्रस्ताव भेज चुकी है। इस निर्णय से इन संयंत्रों की स्थापना जल्द होगी और मंडियों में उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध हो सकेगी।
मुहाना फल सब्जी मंडी में लगेगा कचरा संयंत्र
मुख्यमंत्री ने राजधानी जयपुर की मुहाना फल-सब्जी मंडी में ठोस कचरा प्रबन्धन के लिए 33.37 करोड़ रूपए की लागत से कचरा संयंत्र की स्थापना, संचालन और रखरखाव के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। इस संयंत्र के लिए यार्ड मद व सड़क मद में उपलब्ध बचत राशि का उपयोग किया जा सकेगा। इस संयंत्र की स्थापना के बाद में मुहाना मंडी में ही भारी मात्रा में उपलब्ध ठोस कचरे का निस्तारण कर कम्पोस्ट बनाया जा सकेगा वहीं मंडी परिसर भी साफ-सुथरा रहेगा।