लोकसभा चुनाव 2019 के लिए एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं तो दूसरी तरफ समूचा विपक्ष गठबंधन कर मोदी को हराने के लिए लालायित हैं। भाजपा एक बार फिर 2019 के चुनाव में बहुमत का आकड़ा पार कर 400सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। भाजपा सहित विपक्ष में मोदी के बाद सबसे ज्यादा मुफीद चेहरा नितिन गडकरी को माना जा रहा हैं। इन सबके बीच एक चेहरा और है जिसे साफ तौर पर कभी पीएम पद का उम्मीदवार तो नहीं माना गया। लेकिन, काम करने की काबिलियत ऐसी कि देश विदेश में राज्य का नाम ऊंचा किया। हम बात कर रहे हैं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे की।
हाल ही में राजस्थान के प्रख्यात पंडित और ज्यातिषी अखिलेश शर्मा ने बुधवार को एक कार्यक्रम में वसुंधरा राजे के 2019 या 2024 में पीएम बनने की भविष्यवाणी की हैं। इससे पहले पंडित सोमेन्द्र शर्मा ने भी राजे के पीएम बनने की भविष्यवाणी की है। और बात केवल भविष्यवाणी या योग की नहीं है। बल्कि, देशभर में इंदिरा गांधी के बाद किसी महिला नेता में प्रधानमंत्री बनने का दमखम है, तो सिर्फ राजे में। राजे ने पिछले 19सालों में राजस्थान में अपनी मौजूदगी जननेता के रूप में बनाई हैं। वो जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनती हैं। आमजन की सीधी पहुंच राजे तक हैं।
इतना ही नहीं अपनी गाड़ी से लाल बत्ती उतार दी। आगे पीछे चलने वाले सुरक्षा गाड़ियों का काफिला कम कर लिया। रेड लाइट पर रुक कर आम जनता के साथ हरी बत्ती का इंतजार करना उनकी आदत में शुमार हो गया, और शायद इसी वजह से लोग अपनी जननेता को पसंद भी करते हैं। वसुंधरा राजे से मिलने वाला मिलकर बस मुरीद बना आता है और कहता कि मैडम ऐसी नहीं है, मैडम तो बहुत ही अच्छी हैं, आस-पास वालों ने अपनी दुकान बचाने के लिए घेर रखा है, डराते रहते हैं कि आप किसी से बात मत करो, आप कुछ बोलो मत, आप कहीं पर जाओ मत।
राजस्थान में परफॉर्मेंस की बात करें तो वसुंधरा राजे इस मामले में शुरू से ही नंबर एक पर रही हैं। राजस्थान में भैरोंसिंह शेखावत जैसे कद्दावर नेता होते हुए भी भाजपा अपनी बदौलत कभी भी पूर्ण बहुमत से सत्ता में नहीं आ पाई थी। अगर दो बार आई है तो इसमें वसुंधरा राजे की ताकत और मेहनत रही है। पहली बार 120 सीटों के साथ बीजेपी को लाना और दूसरी बार 165 सीटों का इतिहास बनाना भाजपा के किसी दूसरे नेता के बूते की बात नहीं थी।
हालिया विधानसभा चुनाव में तीन हिंदी प्रदेशों में भाजपा की हार के बाद मोदी और शाह की जोड़ी के मैजिक खत्म होने की बात भी मीडिया में आ रही है। सूत्रों की माने तो भाजपा को बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में संघ की ओर से नितिन गड़करी का नाम तय किया गया है। वहीं, भाजपा से जुड़ों उच्च पदस्थ लोगों ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि अगर मोदी बहुमत से पीएम नहीं बनेंगे तो गड़करी को भी मोदी—शाह पीएम नहीं बनने देंगें। ऐसे में इनके बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम पीएम पद के लिए सबसे मुफीद माना जा रहा है। राजे दो बार राज्य की कमान के साथ ही केन्द्र में भी काम कर चुकी है। विपक्ष से भी राजे का तालमेल अच्छा है, तो गठबंधन की सूरत में भी राजे ही पीएम पद के लिए फिट बैठती है।