राजस्थान का विकास किसानों के साथ है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश के किसानों के साथ हरवक्त खड़ी रहती है ऐसे में अन्नदाता पर कोई विपदा आये और मुख्यमंत्री द्वारा विपदा का हल ना हो यह फिलहाल संभव नही है। मुख्यमंत्री राजे ने किसानों को उन्नत बनाने और 2022 तक प्रदेश के किसानों की आय को दोगूना करने के लिए कई किसान कल्याण योजनाओं को लागू किया है जिनका प्रदेश के किसान भाईयों को भरपूर लाभ मिला है। आज राजस्थान का किसान देश के सबसे खुशहाल औऱ समृद्ध किसानों में गिना जाता है। राजस्थान में अब पारंपरिक खेती के साथ ही आधुनिकता को भी अपना लिया है जिससे कृषकों की आय में वृद्धि और मेहनत में कमी आई है। हाल ही में मुख्यमंत्री राजे ने किसानों को बड़ी राहत प्रदान की है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हुई मक्का और अरहर की फसल
राजस्थान सरकार अरहर और मक्का उत्पादक किसानों को बड़ी राहत देने जा रही है। रबी सीजन में पैदा होने वाली मक्का और अरहर की फसल को पहली बार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल किया गया है, जिसका फायदा सीधे तौर पर हजारों किसानों को मिलेगा। कृषि विभाग ने इन दोनों फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है और केन्द्र सरकार द्वारा लिस्टेड 18 बीमा कम्पनियों से इस सम्बन्ध में टेण्डर मांगे गए हैं।
खरीफ की 14 और रबी की 9 फसलों को किया शामिल
राजस्थान कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब खरीफ सीजन की 14 और रबी सीजन की 9 फसलें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हो चुकी हैं। प्रदेश में अरहर की बुवाई 14 हजार हैक्टेयर में होती है और 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर उत्पादन होता है। इसी तरह डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिले में रबी सीजन में मक्का की बुवाई की जाती है। करीब 30 हजार हैक्टेयर में होने वाली मक्का रबी की बुवाई में 50 से 60 क्विंटल प्रति क्विंटल का उत्पादन होता है, जबकि खरीफ में यह उत्पादन 15 से 20 क्विंटल प्रति हैक्टेयर ही होता है। अब दोनों फसलों के प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल किए जाने से इनका उत्पादन करने वाले किसानों को भी फसल बीमा का लाभ मिल पाएगा।