राजस्थान दिवस की अंतिम संध्या पर आकाश सतरंगी आतिशबाज़ी की चकाचौंध कर देने वाली किरणों से रौशन हो गया। ऐसा लगा मानों अंतरिक्ष के सभी रंग राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर में समा गए हों। रौशनी और रंगारंग प्रदर्शनी के साथ #Rajasthan-Diwas-2017 कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम स्थल राजस्थान विधानसभा से जनपथ तक भारी भीड़ देखने को मिली। ऐसा लग रहा था जैसे शहर के सभी लोग राजस्थान के गौरवशाली पर्व के जश्न हेतु कार्यक्रम स्थल पर एकत्रित हुए हों।
समापन समारोह पर मुख्य अथिति भूटान की राजमाता आशी दोरजी वांग्मो वांगचुक सहित मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे तथा राज्यपाल श्री कल्याण सिंह ने शिरकत किया। इस मौके पर भूटान के राजदूत श्री वी. नामग्याल, वेदांता रिसोर्सेज के ग्रुप चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल, राज्य मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्य तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य अतिथि भी उपस्थित थे।
#Rajasthan-Diwas कार्यक्रम की शुरुआत हमारे राष्ट्रगान से की गयी तत्पश्चात स्थानीय कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। रंगबिरंगे ऊंटों, घोड़ों तथा कठपुतली नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया। #Rajasthan-Day कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘लाइट एण्ड साउण्ड शो’ था।
#Rajasthan-Vidhan-Sabha-Projection-Mapping-Show के माध्यम से रंगीले राजस्थान का वैभवशाली इतिहास और भव्य संस्कृति को बेहतरीन तरीके से पेश किया गया। लेज़र की रौशनी और लाइट के द्वारा प्रदेश की समृद्ध कला एवं संस्कृति का मनमोहक विवरण प्रस्तुत किया गया। इसके पूर्व राजस्थान के स्थानीय कलाकारों ने मनमोहक नृत्य पेश किए। इन नृत्यों में राजस्थान की लोक कला तथा वन्य जीवन की कुछ झलकियां देखने को मिली।
आकर्षक कार्यक्रमों के बाद बॉलीवुड शास्त्रीय गायिका इला अरुण ने अपने रसीले अंदाज़ में राजस्थान पर्यटन विभाग का लोकगीत प्रस्तुत किया। इस गीत ने मौके पर उपस्थित सभी दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसी के साथ इस रंगात्मक समारोह का समापन हुआ। आज राजस्थान के विश्व-विख्यात पर्व गणगौर के अवसर पर जुलूस निकाला जाएगा।
यहां देखें राजस्थान उत्सव २०१७ कार्यक्रम की कुछ अभिन्न झलकियां।
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