जयपुर। दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में कई गैंगस्टर हैं, जो अपने-अपने इलाकों में जुर्म को अंजाम देते हैं। लेकिन विक्रम गुर्जर उर्फ पपला खौफ का दूसरा नाम हुआ करता था। हालांकि अब वह सलाखों के पीछे अपने किए अपराधों की सजा भुगत रहा है। पपला गुर्जर पर कई राज्यों में हत्या, डकैती और फिरौती जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। गैंगस्टर पपला गुर्जर पर हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान पुलिस ने भी पकड़ने पर ईनाम घोषित किया हुआ था। पपला गुर्जर उस समय सुर्खियों में आ गया, जब साल 2021 में उसे महाराष्ट्र के कोल्हापुर से उसकी गर्लफ्रेंड के घर से गिरफ्तार किया गया था। कहा जाता है कि पुलिस के हत्थे चढ़ चुका पपला गुर्जर प्रेमिका जिया के साथ नई जिंदगी जीना चाहता था लेकिन पपला की वह चाहत अधूरी रह गई।
जिया से करना चाहता था शादी
पपला अपनी फरारी के दौरान कई राज्यों में भटका था लेकिन कहीं भी वह गिरफ्तारी के डर से ज्यादा नहीं रुका। कोल्हापुर में जिया के सम्पर्क में आने के बाद पपला वहीं बसना चाहता था। पपला ने वहां अपना नाम भी बदल कर ऊदल सिंह रख लिया। पुलिस को इस नाम का आधार कार्ड भी मिला। पपला ने जिया से अपना पुराना इतिहास भी छुपाए रखा। वह जिया से शादी करना चाहता था।
तलाकशुदा लड़की के लिए धड़कने लगा दिल
पहलवानी का शौक रखने वाले पपला गुर्जर का दिल तलाकशुदा जिया के लिए धड़कने लगा था। दोनों की नजदीकियां बढ़ गयी। जिया के पिता डॉक्टर हैं। पपला उनसे भी मिल चुका था। पपला अब वहां नई जिंदगी की शुरुआत करना चाहता था लेकिन 27 – 28 जनवरी, 2021 की रात को पपला को राजस्थान पुलिस ने जिया के घर से गिरफ्तार कर लिया था।
सेना में भेजना चाहते थे पिता
विक्रम गुर्जर उर्फ पपला का जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ के खरौली गांव में हुआ था। सेना में गए गांव के लड़कों को देखकर पपला के पिता चाहते थे कि उसका भी बेटा सेना में जाए। पिता की चाहत को पूरा करने के लिए पपला ने स्कूलिंग ख़त्म की और फ़ौज में भर्ती होने की तैयारी करने लगा। इसी बीच उसे पहलवानी का शौक लगा तो गांव में कुश्ती सिखाने वाले शक्ति सिंह के पास गया।
पपला का पहला अपराध
शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में कुश्ती सीखने वाले पपला ने इसी बीच एक प्रेम-प्रसंग के मामले में एक संदीप फ़ौजी नाम के शख्स को पीट दिया। संदीप नाम का शख्स विवाहित था और उसके गांव के ही एक लड़की से अफेयर चल रहा था। पंचायत ने संदीप को लड़की से मिलने के लिए मना किया था, लेकिन जब वह नहीं माना तो पपला ने शक्ति सिंह और अपने साथियों के साथ उसे खूब पीटा। लेकिन इस मारपीट के कुछ दिन बाद ही शक्ति सिंह की हत्या कर दी गई।
जुर्म की दुनिया में दस्तक
शक्ति सिंह को गुरु मानने वाले पपला को इस घटना से काफी दुःख पहुंचा। थोड़े ही दिन बाद साल 2014 में संदीप फ़ौजीए फ़ौजी की मांए मामा और नाना की हत्या कर दी गई और आरोप पपला और उसके साथियों पर लगा। उसे एक बार अवैध हथियारों के साथ भी 2016 में पकड़ा गया था और हत्याकांड के चलते भी जेल में बंद रहा था। लेकिन 2017 में 8 सितंबर को पेशी में ले जाने के दौरान पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। अब पपला पर पांच लाख का इनाम और मोस्टवांटेड अपराधी का ठप्पा लग गया।