जयपुर। राजस्थान के संविदाकर्मियों के लिए गुड न्यूज है। बहुत जल्द अलग अलग विभागों में काम कर रहे संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा। संविदाकर्मियों के सेवा नियम बनने के बाद एक लाख से अधिक संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने इसकी जानकारी दी। चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार सभी संविदाकर्मियों को नियमित करेगी। उन्होंने बताया कि सीएम गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में संविदाकर्मियों के सेवा नियमों को लेकर फैसला हुआ है।
संविदाकर्मियों को नियमित करने का रास्ता साफ
मंत्री मीणा ने बताया कि सेवा नियम बनने के बाद एक लाख से अधिक संविदाकर्मियों को नियमित करने का रास्ता साफ होगा। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में कार्यरत संविदाकर्मियों के लिए एक समान सेवा नियम बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी राज्य सरकार ने कई भर्तियां की हैं। इसके बाद अब ये बड़ा फैसला सरकार करने जा रही है। इससे न सिर्फ संविदाकर्मियों बल्कि उनके परिवार वालों को भी राहत मिलेगी। इससे वेतन वृद्धि के साथ ही अन्य लाभ भी उन्हें मिलेंगे।
एटीपी की सीधी भर्ती में बी प्लानिंग व एम प्लानिंग योग्यता
असिस्टेंट टाउन प्लानर भर्ती में अब बैचलर ऑफ प्लानिंग और मास्टर ऑफ प्लानिंग को भी योग्यता में शामिल किया जा सकेगा। कैबिनेट ने राजस्थान टाउन प्लानिंग सेवा नियम-1966 में संशोधन को मंजूरी दी है। इस फैसले से नगर नियोजन विभाग में टाउन प्लानर की भर्ती में बैचलर ऑफ प्लानिंग और मास्टर ऑफ प्लानिंग की डिग्री करने वाले युवाओं को प्राथमिकता मिलेगी। नगर नियोजन विभाग में एटीपी के कई पद खाली हैं।
सचिन पायलट ने सीएम गहलोत को लिखी थी चिट्ठी
बीते बुधवार को अशोक गहलोत कैबिनेट की बैठक हुई थी। इस बैठक में राज्य और केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं,परियोजनाओं और कार्यक्रमों की क्रियान्विति के उद्देश्य से एक निश्चित अवधी के लिए रखे जाने वाले कार्मिकों की संविदा नियुक्ति के लिए राजस्थान कॉन्ट्रेक्चुअल अपॉइंटमेंट टू सिविल पोस्ट्स रुल्स-2021 बनाए जाने का अनुमोदन किया है। कैबिनेट में संविदा कर्मचारियों पर नियम की मंजूरी मिलने के बाद पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी। सचिन पायलट ने संविदा पर काम कर रहे राजीव गांधी पाठशाला पैराटीचर्स,मदरसा पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मियों को नियमित करने की मांग करते हुए सीएम को चिट्ठी लिखी थी।