जयपुर। राजस्थान के उदयपुर की सलूंबर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा ने फर्जी अंकतालिका के मामले में सराड़ा की कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। मीणा की ओर से लगाई गई जमानत अर्जी खारिज होने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। मीणा पर फर्जी मार्कशीट के आधार पर पत्नी को पंचायत चुनाव लड़ाने का आरोप है। करीब 2 घंटे कोर्ट में वकीलों की बहस चली और उसके बाद विधायक को जेल भेजने का आदेश दिया गया।
गिरफ्तारी के बाद गरमाई राजनीति
विधायक अमृतलाल मीणा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोर्ट में सरेंडर किया था। मीणा ने सरेंडर के साथ ही जमानत याचिका लगाई, लेकिन उस पर बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। विधायक अमृतलाल मीणा को सलूंबर स्थित कारागृह में रखा गया है।
एडीजे कोर्ट में दाखिल करेंगे जमानत याचिका
अमृतलाल मीणा को गिरफ्तार करने के बाद सलूंबर उप कारागृह में ले जाया गया। उस दौरान जेल के बाहर और सराड़ा स्थित कोर्ट के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रहीं अब अमृतलाल मीणा एडीजे कोर्ट में अपनी जमानत के लिए अर्जी दाखिल करेंगे। मीणा की गिरफ्तारी के बाद मेवाड़ में एक बार फिर से सियासत गरमा गई है।
फर्जी मार्कशीट पर पत्नी ने लड़ा था सरपंच का चुनाव
आज से 6 साल पहले 2015 में विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी ने सरपंच का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में शांता देवी ने निकट प्रतिद्वंद्वी सुगना देवी को हराया था। चुनाव परिणाम के बाद सेमारी सरपंच बनने वाली शांता देवी के खिलाफ फर्जी मार्कशीट पर चुनाव लड़ने आरोप लगा। चुनाव हारने वाली सुगना देवी की ओर से दर्ज शिकायत के बाद जांच सीबीसीआईडी ने की और इसमें अमृतलाल की पत्नी शांता देवी की मार्कशीट नकली पाई गई।
मार्कशीट पर विधायक ने बतौर अभिभावक किए थे हस्ताक्षर
शांता देवी की पांचवींं की जो मार्कशीट फर्जी पाई गई थी। उस पर विधायक अमृतलाल मीणा ने बतौर अभिभावक हस्ताक्षर किए थे और उसी के आधार पर उन्हें भी आरोपी बनाया गया था।