जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मौजूदा कार्यकाल का तीसरा बजट (Budget 2021) बनकर तैयार हो चुका है। राजस्थान का बजट 24 फरवरी को आ रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सुबह 11 बजे विधानसभा में पेपरलेस बजट पेश करेंगे। इसे पढ़ने के लिए विधायकों को टैब दिए जाएंगे। गहलोत सरकार मौजूदा कार्यकाल का सबसे चुनौतीपूर्ण बजट पेश करेगी। प्रदेश 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक के राजस्व घाटे से जूझ रहा है। वित्त विभाग आज बजट की कॉपी औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपेगा। इस बार बजट की हॉर्ड कॉपी में नहीं बल्कि सॉफ्ट कॉपी में टेबलेट पीसी के रूप में सौंपा जाएगा। सभी विधायकों को भी बजट समझने के लिए टेबलेट ही दिए जाएंगे।

घाटे के बावजूद सरकार ने खरीदे लाखों के ब्रीफकेस और टैबलेट
कोरोना काल में सरकारी खजाने में हजारों करोड़ का घाटा होने के बावजूद राज्य सरकार ब्रीफकेस और टैबलेट की खरीद पर लाखों रुपए खर्च कर रही है। सरकार बचत के नाम पर विधानसभा में बुधवार को पहली बार डिजिटल बजट पेश करेगी लेकिन विधायकों को 10-10 हजार के ब्रीफकेस में 30-30 हजार के टैबलेट रखकर देगी। वह भी तब, जब लैपटॉप-टैबलेट जैसे गजेट्स के लिए विधानसभा ने पहले से 90 हजार रुपए प्रति विधायक खर्चे का प्रावधान कर रखा है। इन टैबलेट की खरीद इस प्रावधान से इतर की जा रही है। इधर, कोविड काल में सरकारी कर्मचारी 2020 का करीब 15 दिन का बकाया वेतन मांग रहे हैं।

सोशल और मेडिकल सेक्टर पर ज्यादा फोकस
बजट में इस बार सोशल और मेडिकल सेक्टर पर ज्यादा जोर रहेगा। मेडिकल में बजट में इजाफा होना तय माना जा रहा है। युवाओं के लिए अलग-अलग विभागों में 15 हजार के आसपास नई भर्तियों का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का स्टेट से जुड़ा मानदेय बढ़ाया जा सकता है। इधर, राजस्व बढ़ाने के लिए लग्जरी टैक्स और तंबाकू पर टैक्स बढ़ाया जा सकता है। गहलोत ने पिछले साल 2 लाख 25 हजार करोड़ का बजट पेश किया था। इस बार कोरोना के बावजूद 2 लाख 40 हजार करोड़ यानी करीब 15 हजार करोड़ ज्यादा का बजट हो सकता है।