जयपुर। राजस्थान में 20 जिलों के 91 में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग 30 दिसंबर तक चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग हाल ही में 50 स्थानीय चुनाव के अध्यक्ष के लिए हुए संपन्न हुए मतदान के तुरंत बाद ही चुनावी कार्यक्रम की घोषणा जारी करने की थी। लेकिन झुंझुनू जिले के एक निकाय की वजह से कार्यक्रम जारी नहीं हो सका। पहले आयोग की मंशा 20 जिलों की 90 स्थानीय निकाय चुनाव कराने की थी। लेकिन बाद में आयोग ने झुंझुनू जिले के एक निकाय का चुनाव भी साथ कराने का निर्णय ले लिया।
कोरोना प्रोटोकॉल पर जताई सहमति
राज्य निर्वाचन आयोग को कोरोना से संबंधित रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारियों से मिल चुकी है। जिला कलक्टर्स ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत चुनाव कराने पर सहमति जताई है। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने कानून व्यवस्था को लेकर मतदान केंद्रों की स्थिति वस्तु स्थिति की रिपोर्ट संबंधित जिला कलेक्टर्स को भेजने के निर्देश दिए थे। आयोग ने गृह विभाग और पुलिस विभाग के साथ के साथ बैठकर चुनाव कराने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है।
आयोग ने पूरी की चुनाव की तैयारी
20 जिलों में चुनाव से वंचित रह रहे 90 निकायों में चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त पीएस मेहरा ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। आयुक्त मेहरा ने वीसी के जरिए सभी जिला कलेक्टर्स के साथ की चुनाव तैयारियों के लिये मतदान केंद्रों में परिवर्तन की आवश्यकता, मतदान सामग्री की उपलब्धता और ईवीएम की उपलब्धता की समीक्षा की। आयुक्त ने कलेक्टर्स को चुनावों की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिये हैं। इसके तहत 20 जिलों में 1 नगर निगम, 9 नगर परिषद और 80 नगरपालिका में चुनाव होंगे।
इन जिलों में होने हैं निकायों के चुनाव
प्रदेश के 90 निकायों में चुनाव होने हैं। इनमें अजमेर, बांसवाड़ा, बीकानेर, भीलवाड़ा, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर में चुनाव होंगे। इन 90 निकायों के 3035 वार्डों के लिए वोट डाले जायेंगे। इसके लिये इन जिलों में 5253 मतदान केंद्र बनाये जा रहे हैं। इन मतदान केन्द्रों पर 29 लाख से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे।