जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले एक नया दिलचस्प मोड़ आ गया है। बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव के लिए मतदान से ऐन पहले बसपा से चुनाव जीते विधायकों के सम्बन्ध में एक नई शिकायत चुनाव आयोग से की है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा की ओर से आयोग को लिखे पत्र में बसपा छोड़कर कांग्रेस में गए विधायकों को राज्य सभा चुनाव में वोट डालने से रोकने की अपील की गई है। चुनाव आयोग को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है मौजूदा परिस्थितियों में राजस्थान में बसपा पार्टी से चुने गए छह विधायक कांग्रेस पार्टी के सदस्य के तौर पर चुनाव में शरीक नहीं हो सकते हैं। ये छह सदस्य बसपा पार्टी का व्हिप मानने के लिए बाध्य हैं। आयोग से निवेदन है कि जयपुर में रिटर्निंग अधिकारी को निर्देशित करें कि राज्य सभा चुनाव की वोटिंग के दौरान बसपा के छह विधायक कांग्रेस सदस्य के तौर पर शामिल ना हों। उन्हें सिर्फ बसपा विधायक ही माना जाए जो सिर्फ पार्टी व्हिप से बाध्य हैं।
मतदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने की मांग
बसपा महासचिव सतीश मिश्रा के आयोग को लिखे पत्र में ये भी कहा गया है कि इसी अपील को लेकर जयपुर निवासी हेमंत नाहटा ने भी आयोग के समक्ष एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था। अब बसपा पार्टी की ओर से इसे नए सिरे से भेजे प्रतिवेदन को मानकर उचित कार्रवाही की जाए। इधर, बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने भी रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष शिकायत करते हुए बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को बसपा पार्टी के विधायक के रूप में ही मतदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने की मांग कि गई है।
बसपा का कांग्रेस में विलय नहीं हुआ
प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र में लिखा, बसपा पार्टी का यह स्पष्ट आधिकारिक कथन रिकॉर्ड पर लिया जाए कि बहुजन समाज पार्टी का विलय कभी भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नहीं किया गया है और ना ही बहुजन समाज पार्टी राजस्थान ईकाई का विलय ही कांग्रेस में हुआ है। यदि ऐसा कोई कथन बसपा टिकिट पर जीते हुए छह विधायकों द्वारा राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को किया गया है, तो वो कथन मिथ्या है। अतः छह बसपा विधायकों को बसपा के ही विधायक के रूप में मतदान प्रक्रिया में शामिल किये जाए।
ये छह विधायक कांग्रेस में हुए शामिल
आपको बता दें कि बसपा के छह विधायकों ने 16 सितंबर, 2019 को कांग्रेस की सदस्यता ली थी। 1. उदयपुरवाटी राजेंद्र गुढा (झुंझुनूं), 2. वाजिब अली (नगर भरतपुर), 3. जाेगिंदर अवाना (नदबई,भरतपुर), 4. संदीप यादव (तिजारा, अलवर), 5. दीपचंद खेरिया (किशनगढ़ बास, अलवर) और 6. लाखन सिंह (करौली) के विधायक शामिल है।