जयपुर।
राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान शुरू हो गया है। उठापटक के बीच कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की राजधानी जयपुर में सात सितारा होटल में की गई स्वैच्छिक बाड़ेबंदी की कमान खुद सीएम अशोक गहलोत ने संभाल रखी है।  सीएम रात को विधायकों के साथ ही रुक रहे हैं। शुक्रवार देर रात को सीएम गहलोत ने होटल में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ संवाद किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट होटल में ही मौजूद हैं। अब 19 जून को वोटिंग होने तक सभी विधायक स्वैच्छिक बाड़ेबंदी में ही रहेंगे। विधायकों को जरूरत होने पर बाहर जाने की अनुमति भी दी जा रही है। शुक्रवार रात को भी कई विधायक अपने-अपने घर चले गए।

विधायकों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम तय

पिछली रात विधायकों के साथ सीएम का डिनर भी था। होटल मेरियट में ठहरे विधायकों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम तय किया गया है। विधायकों को वोट डालने के लिए मॉक ड्रिल से लेकर प्रशिक्षण के लिए दिल्ली से पदाधिकारी बुलाने पर चर्चा की गई। 17 को मॉक पॉलिंग भी होगी। होटल में विधायक हंसी मजाक कर टाइम पास कर रहे हैं। आपको बता दें कि प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल, नीरज डांगी तथा भाजपा ने राजेंद्र गहलोत व ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतारा। चुनावों में हर प्रत्याशी को जीत के लिए प्रथम वरियता के 51 वोट चाहिए।

कांग्रेस के पास 22 वोट अतिरिक्त
कांग्रेस के पास अपने दो प्रत्याशी जिताने के लिए 102 वोट चाहिए। कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं। इसके अलावा उसे 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों, 2 बीटीपी विधायकों व एक आरएलडी विधायक का समर्थन हासिल है। सीपीएम के 2 विधायकों का भी उसे समर्थन मिलने की उम्मीद है। इसके दोनों प्रत्याशियों को जिताने के बाद भी 22 वोट अतिरिक्त हैं। वहीं भाजपा और आरएलपी के मिलाकर कुल 75 विधायक ही हैं। इन आंकड़ों के लिहाज से कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों की जीत तय दिख रही है वहीं भाजपा के खाते में सिर्फ एक सीट ही जा रही है।

मजबूती से एकजूट रहने की अपील

बीती शाम को कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की बैठक हुई। इसमें सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रभारी अविनाश पांडे, पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला, राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार एंव संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी मौजूद रहे।  सीएम सहित वरिष्ठ नेताओं ने बैठक के दौरान विधायकों को हर हाल में एकजुट रहने की अपील की। सीएम अशेक गहलोत सहित ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों से लोकतंत्र की दुहाई देते हुए इस समय में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में मजबूती से एकजुट रहने की जरूरत बताई।