जयपुर। नए साल के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में बुधवार को मंत्रिमंडल और उसके बाद मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि कैबिनेट में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर चर्चा की गई। राज्य सरकार का मानना है कि केंद्र सरकार असम में लागू की गई एनआरसी के नतीजों के बारे में लोगों को बताए। उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी के चलते जो 19 लाख लोग नागरिकता के दायरे से बाहर हुए उनमें से 16 लाख हिंदू थे जबकि इस पर 1600 करोड़ रुपए खर्च हो गए।
कोटा के डॉक्टरों को दी क्लीन चिट
कैबिनेट मीटिंग में चर्चा हुई कि कोटा में आखिर बच्चों की मौत क्यों हो रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी तक डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने नहीं आया है। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने कैबिनेट मीटिंग में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई जांच टीम ने कोटा के अस्पताल के डॉक्टरों को क्लीन चिट दी है और कहा है कि किसी भी तरह की कोई क्लीनिकल लापरवाही नहीं हुई है।
निरोगी राजस्थान के एक्शन प्लान को मंजूरी
इसके अलावा बैठक में निरोगी राजस्थान को प्रदेश में अभियान के रूप में चलाए जाने को लेकर भी मंथन हुआ। कैबिनेट ने इसके एक्शन प्लान को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक में अपने प्रदेश दौरों के फीड बैक की जानकारी भी मंत्रियों को दी। कैबिनेट मीटिंग में निरोगी राजस्थान अभियान शुरू करने पर भी चर्चा हुई, जिसमें किस-किस विभाग को क्या-क्या जिम्मेदारी दी जाएगी और इस अभियान को किस तरह से गांव-गांव तक पहुंचाया जाए इसे लेकर रूपरेखा बनाने पर चर्चा हुई।
टिड्डी के प्रकोप पर हुई चर्चा
कैबिनेट में यह भी चर्चा हुई कि प्रदेश में टिड्डी का प्रकोप ज्यादा है। राजस्थान में केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गईं मशीनें गुजरात भेज दी गईं क्योंकि गुजरात में भी टिड्डी हो गए थे। इसलिए केंद्र सरकार से गुजरात भेजी गई मशीनों के बदले राजस्थान में मशीन भेजने की मांग की गई। मंत्रिमंडल ने टिड्डियों के हमले सेे किसानों की चौपट हो रही फसलों को लेकर चिंता जाहिर की। गहलोत ने हाल में टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था।