कश्मीर पत्थरबाजों को फंडिंग कराने और भारतीय सुरक्षबलों पर हमला करवाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को हाफिज सईद के गुर्गे जहूर अहमद शाह वटाली और उसके परिवार के सदस्यों की 1.73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है।
जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान अचानक आकर सुरक्षाबलों पर पत्थर फिंकवाने का काम कौन कर रहा है, इसके लिए पैसा कहां से आ रहा है, जांच एजेंसियों ने इसका पता लगा लिया है। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों पर पत्थर बरसाने वाला कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद के गुर्गे हैं। ईडी की जांच में पता चला है कि कश्मीर में मौजूद हाफिज सईद के लोगों को पाकिस्तान से आर्थिक मदद मिल रही है, वहीं एनआईए और ईडी ने सईद के गुर्गों पर शिकंजा कस दिया है।
हाफिज सईद करता है कश्मीर में पत्थरबाजों को फंडिंग
ईडी ने गुरुवार को हाफिज सईद के गुर्गे जहूर अहमद शाह वटाली और उसके परिवार के सदस्यों की 1.73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इस संपत्ति को धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) 2002 के प्रावधानों के तहत जब्त किया गया है। वटाली से पूछताछ में सामने आया है कि वह हाफिज सईद के लिए काम करता है। वह फंड जुटाने के लिए काम करवाता है और उससे हुर्रियत नेताओं को वित्तीय सहायता दी जाती है।
हाफिज के इशारे पर ही होता है पथराव
एनआई की जांच में पता चला है कि अलगाववादी युवाओं को भारतीय सुरक्षाबलों के खिलाफ भड़काते हैं और हाफिज सईद का इशारा मिलते ही भारत विरोधी प्रदर्शन और सुरक्षा बलों पर पथराव होने लगता है। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों पर पथराव कराने का काम भी यही लोग करते हैं।
सरकारी कर्मचारी भी कर रहे आतंकियों की मदद
जांच एजेंसियों को पता चला है कि आतंकियों की मदद करने वालों में केवल अलगाववादी या पाकिस्तान के गुर्गे नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के सरकारी कर्मचारी भी शामिल है। ईडी, आयकर विभाग और एनआईए ने कई ऐसे कर्मियों और सामाजिक संगठनों का पता लगाया है, जिनके यहां से गैर-कानूनी लेनदेन हुआ है।