अलवर के थानागाजी में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शुक्रवार को भीम सेना सड़कों पर उतर आई और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में भीम सेना प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने अल्बर्ट हॉल, जयपुर से रैली निकाली और सिविल लाइंस के पास बाईस गोदाम पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। प्रदर्शन रैली के दौरान आक्रोशित युवाओं ने पुलिस व सरकार पर भयंकर आक्रोश जताते हुए पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने की मांग भी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पीड़ित पक्ष पर जबरन दबाव डालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने नेता का नाम लिए बगैर बताया कि पीड़ित परिवार से समझौते के लिए 25 लाख रुपए का ऑफर भी एक नेता द्वारा दिया गया।

गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर जिले में दलित महिला से उसके पति के सामने पांच लोगों ने गैंगरेप किया था। ये घटना 26 अप्रैल की थी लेकिन पुलिस ने मामले को 4 दिन तक दबाए रखा जिसके बाद से अब इस मामले ने सियासी रूप धारण कर लिया है। गहलोत सरकार के खिलाफ गुरूवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया था। पुलिस की नाकामी के बाद चारों तरफ आलोचना से घिरी सरकार ने गंभीरता दिखाई, तब जाकर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। वहीं गैंगरेप की पीड़ित महिला ने इस मामले में कहा कि मैं चाहती हूं कि उन पांचों को मौत की सजा मिले या इससे बढ़कर भी अगर कोई सजा हो, तो वह भी उन दरिंदों को मिलनी चाहिए।