डीवार्मिंग डे यानि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कल (8 फरवरी) देशभर में मनाया जाएगा। लेकिन राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां डीवार्मिंग डे आयोजित नहीं होगा। वजह है राजस्थान सरकार और चिकित्सा विभाग की ढीलायी। असल में चिकित्सा विभाग के पास वह दवा ही नहीं है जो इस दिन बच्चों को पेट में कीड़े मारने के लिए पिलायी जाती है। दवा का स्टॉक क्यूं नहीं है, इसकी वजह भी दिलचस्प है। एल्बेंडाजोल दवा देने वाली कंपनी ने विभाग को दवा की सप्लाई ही नहीं की है। ऐसे में विभाग के पास इस दवा का स्टॉक उपलब्ध नहीं है।
एल्बेंडाजोल दवा न होने से अब राजस्थान के एक से 19 साल के करीब 80 लाख से अधिक स्कूलों व आंगनबाड़ियों के बच्चे इस दवा से वंचित रहेंगे और साथ ही इस आयोजन से विभाग भी। इसके 7 दिन बाद यानि मॉप अप दिवस के तहत 15 फरवरी को भी यह दवा नहीं पिलायी जा सकेगी।
वैसे तो विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि फरवरी के अंत तक यह दवा आ जाएगी और बच्चों को पिला दी जाएगी लेकिन जिस तरह विभाग की तैयारियां चल रही है, उसको देखते हुए डीवार्मिंग डे नहीं बल्कि आने वाले कुछ महीनों तक ऐसा होने की उम्मीद कम है। अब जिस तरह प्रदेश सरकार और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का डुलमुल रवैया है, कुछ वैसा ही चिकित्सा अधिकारियों का भी है। राष्ट्रीय हैल्थ मिशन के डायरेक्टर डॉ.समित शर्मा का कहना है, ‘दवा इसी माह मिलने की उम्मीद है। वैसे भारत सरकार ने भी छूट दे रखी है कि अगर किसी कारण से इस दिन यह दिवस नहीं मनाया जा सके तो अगले कुछ दिनों में मना सकते हैं।’
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