राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले अपनी सभी चुनावी सभाओं में कांग्रेस ने भोली भाली जनता के सामने हर बार भाजपा सरकार में विकास न होने का रोना रोया। अब कांग्रेस सत्ता में आ गई है तो भी विकास नहीं बल्कि भाजपा की नीतियों को बदलने में फोकस कर रही है। इन नीतियों में सरकारी विद्यालयों की यूनिफॉर्म और मेधावी बेटियों की दी जाने वाली साइकिलों का रंग है। इसके अलावा, पर्यटक विभाग का वसुन्धरा सरकार का स्लोगन ‘जाने क्या दिख जाए’ को भी बदले जाने की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है। राजस्थान कांग्रेस के हालिया मंत्रियों के निर्देश पर यह सभी कार्य किए जा रहे हैं।
स्कूल यूनिफॉर्म आरएसएस जैसी, इसलिए बदलेगी
राजस्थान के नए शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकारी स्कूलों में पिछली सरकार की ओर से लागू की गई यूनिफॉर्म के रंग की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। सत्र 2017-18 से स्कूली यूनिफॉर्म में हल्के भूरे रंग की शर्ट, कुर्ता और कत्थई रंग की पैंट, स्कर्ट, सलवार लागू है। कांग्रेस इस यूनिफॉर्म को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गणवेश का रंग समान होने का दावा कर हंगामा मचा रही है।
भगवा रंग की साइकिलों का बदलेगा रंग
पिछली भाजपा सरकार ने दो साल पहले नवीं कक्षा की मेधावी छात्राओं को दी जाने वाली साइकिल का रंग भगवा किया था। प्रदेश में पिछले 3 शैक्षिक सत्रों में पिछली सरकार ने 300 करोड़ की 10 लाख से अधिक भगवा साइकिलों का वितरण किया था। अब कांग्रेस नए सत्र में साइकिलों का रंग बदलने पर विचार कर रही है। साइकिल का नया रंग कौनसा होगा, फिलहाल यह तय नहीं है।
पर्यटन विभाग का स्लोगन भी बदलेगा
नए पर्यटन और देवस्थान विभाग के मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने ऐलान किया है कि विभाग के ‘न जाने क्या दिख जाए’ स्लोगन में बदलाव किया जाएगा। एक बार फिर से ‘पधारो म्हारे देस’ ही फिर से देशभर में गूंजेगा। उन्होंने विभाग के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि पुराने लोगो और स्लोगन ‘पधारो म्हारे देस’ के माध्यम से प्रचारित किए जाएं।
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