प्रदेश में सबसे बड़े रण यानि राजस्थान विधानसभा चुनाव -2018 की अंतिम घड़ी आ गई है। एक दिन बाद यानि 7 दिसम्बर (शुक्रवार) को मतदान होने है। प्रदेश में 4 करोड़ 77 लाख 89 हजार 815 हजार मतदाता उस दिन अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। इस बार निर्वाचन विभाग ने दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए खास तैयारियां की है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान के दिन बूथ स्थलों पर वाहन और व्हील चेयर उपलब्ध रहेंगी। इनके सहयोग के लिए एक लाख से अधिक (1,03,709) वॉलंटियर तैनात रहेंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो-दो अतिरिक्त वॉलंटियर भी मौजूद होंगे। दिव्यांग मतदाताओं के लिए प्रदेशभर में 53009 वाहन एवं 122046 व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है। जिन मतदाताओं के पास मतदाता फोटो पहचान पत्र नहीं हैं, वे अपनी पहचान मतदाता पर्ची या वैकल्पिक दस्तावेजों के माध्यम से करा सकता है।
इस संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर्स को मतदाताओं को सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पानी, छाया और शौचालय की व्यवस्था रहेगी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए दिव्यांग मित्र और सहायक कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं और दिव्यांग मतदाताओं को लाने और ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर रेम्प और व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है।
आपको बता दें, राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रदेश में 4 लाख से अधिक (कुल 4,35,451) दिव्यांग मतदाता हैं। इनमें 72862 नेत्रहीन और 58339 बहरेपन से ग्रसित हैं। 2,50,351 लोकोमोटर डिसेबल्ड और 53899 अन्य दिव्यांग हैं। दिव्यांग मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो, इसके लिए सुगम्य पोर्टल बनाया गया है। पंजीकृत दिव्यांग मतदाताओं के पास जारी कर दिए गए हैं।
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