अगले माह 7 दिसंबर को होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की दावेदारी को लेकर नेताओं के बीच कलह सामने आने लगी है। खबर है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी आपस में भिड़ गए जहां दोनों के बीच टिकट दावेदारों के लिए तीखी कहासुनी भी हुई। राहुल गांधी की मौजूदगी में सोमवार रात को राजस्थान के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में अपने-अपने उम्मीदवारों को टिकट दिलाने के लिए सचिन पायलट और रामेश्वर डूडी के बीच कहासुनी हो गई। दोनों नेताओं के बीच विवाद बढ़ता देख इसे सुलझाने के लिए राहुल गांधी ने दोनों नेताओं से उम्मीदवारों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के मुताबिक, पायलट और डूडी की खुली जंग से राहुल गांधी के चेहरे पर गुस्सा साफ देखा जा सकता था।
अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं रामेश्वर डूडी
सूत्रों के मुताबिक, रामेश्वर डूडी को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है। इस लिहाज से विवाद को सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सीएम पद के लिए सियासी जंग के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से सभी नेताओं को इस विवाद पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया गया है। अगर मामला नहीं निपटा तो राहुल गांधी मध्य प्रदेश की तर्ज पर कमेटी भी बना सकते हैं। जानकारी के मुताबिक जयपुर की फुलेरा, अजमेर की किशनगढ़, चित्तौड़गढ़, गंगानगर और जोधपुर की फलौदी विधानसभा सीट को लेकर पायलट और डूडी के बीच यह विवाद हुआ है। राजस्थान में कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी नहीं की है। जबकि बीजेपी सोमवार को ही पहली सूची जारी कर चुकी है। बीते करीब एक हफ्ते से लगातार कांग्रेस ओर लिस्ट जारी किए जाने का इंतजार हो रहा है लेकिन किसी न किसी वजह से उम्मीदवारों की घोषणा टल रही है।
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इससे पहले मध्य प्रदेश के कांग्रेसी नेता भी भिड़ चुके
राजस्थान के कांग्रेसी नेता पायलट और डूडी से पहले मध्य प्रदेश चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल करते समय केन्द्रीय चुनाव समिति के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तीखी कहासुनी हो गई थी। यह बैठक राहुल गांधी की मौजूदगी में मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों की लिस्ट को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई थी। दोनों के बीच जब बात नहीं बनी तो विवाद सुलझाने के लिए राहुल गांधी को तीन सदस्यीय समिति बनानी पड़ी थी। तीन सदस्यीय समिति के सदस्य अशोक गहलोत, वीरप्पा मोइली और अहमद पटेल ने पार्टी के वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर बैठक भी की थी। हालांकि बाद में दोनों वरिष्ठ नेताओं ने कहासुनी की बात से इनकार कर दिया था। राजस्थान में 7 दिसबंर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं जबकि वोटों की गणना 11 दिसंबर को होगी।