प्रदेश की राजधानी जयपुर में पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर राष्ट्र व देशवासियों की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस के अमर शहीदों की याद में रविवार 21 अक्टूबर को प्रातः 8 बजे नेहरू नगर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी के शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर महानिदेशक पुलिस ओ.पी गल्होत्रा को पुलिस आयुक्तालय जयपुर एवं आरएसी चतुर्थ व पांचवी बटालियन की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। विशिष्ठ महानिदेशक पुलिस, कानून एवं व्यवस्था एन.आर.के. रेड्डी ने बताया कि महानिदेशक पुलिस द्वारा 1 सितम्बर, 2017 से 31 अगस्त 2018 तक शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम का स्मरण किए जाने के बाद ‘लास्ट पोस्ट’ की धुन बजाई जाएगी। इस अवसर पर एक सेवानिवृत राजपत्रित एवं एक अराजपत्रित पुलिस अधिकारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करेंगे।
जिला मुख्यालयों, प्रशिक्षण केन्द्रों, जोन कार्यालयों एवं रेंज स्तर पर भी श्रद्धांजलि दी जाएगी
रेड्डी ने बताया कि राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर में कार्यक्रम सम्पन्न होने के पश्चात जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित त्रिमूर्ति शहीद स्मारक पर भी महानिदेशक पुलिस गल्होत्रा सहित अन्य अधिकारियों द्वारा शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस शहीद दिवस परेड प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय सहित आरएसी, प्रशिक्षण केन्द्रों, जोन कार्यालयों एवं रेंज स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित कर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस अवसर पर शहीदों की याद में स्वैच्छिक रक्तदान, वक्षारोपण एवं स्वच्छ भारत अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सभी पुलिस लाइन एवं जिलों के अन्य प्रतिष्ठित स्थलों पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम प्रदर्शित किए जाएंगे।
शहीद पुलिसकर्मियों के घर जाकर कुशलक्षेम पूछेंगे वरिष्ठ अधिकारी
महानिरीक्षक पुलिस, कानून एवं व्यवस्था डॉ. हवासिंह घुमरिया ने बताया कि इस वर्ष गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार पुलिस शहीद दिवस के अवसर पर राज्य के सभी जिलों में शहीद पुलिसकर्मी द्वारा जिस शिक्षण संस्थान मे अध्ययन किया था उस शिक्षण संस्थान मे अतिरिक्त अधीक्षक पुलिस, वृताधिकारी, थानाधिकारी अथवा द्वितीय अधिकारी वर्दी में जाकर शहीद पुलिसकर्मी द्वारा किए गए वीरतापूर्ण कार्य के संबंध मे विद्यार्थियों की सभा को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही पुलिस शहीद दिवस से पूर्व जिले के शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार के पास पुलिस का वरिष्ठ अधिकारी अपने साथ कुछ उपहार या गुलदस्ता साथ लेकर उनकी कुशलक्षेम की भी जानकारी लेंगे।
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59 वर्ष पहले ऐसे हुई पुलिस शहीद दिवस मनाने की शुरूआत
लगभग 59 वर्ष पूर्व अक्टूबर, 1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे, तब से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने-कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस शहीद दिवस पर परेड़ का आयोजन किया जाता है। साथ ही पुलिस शहीद स्मारकों पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी जाएगी।