यह सच है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में अभी तक जनता ने किसी भी सत्तारूढ़ सरकार को वापिस जीतने का मौका नहीं दिया है। प्रत्येक चुनावों में सत्ता बदलती रही है। 1998 में मुख्यमंत्री बने अशोक गहलोत, 2003 में वसुन्धरा राजे, 2007 में फिर से गहलोत और वर्तमान में फिर से वसुन्धरा राजे। अब इसी बात को कांग्रेस परंपरा का नाम देकर जनता को बरगलाने का काम कर रही है। चुनाव प्रचार करने की जगह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं व नेताओं द्वारा लोगों के बीच अफवाह फैलाई जा रही है कि बीजेपी सरकार के बाद इस बार कांग्रेस का राजस्थान में जीतना निश्चित है। इस बात को प्रदेश कांग्रेस के आला नेता भी दोहरा चुके हैं। इसका मतलब यह है कि अबकी बार कांग्रेस चुनाव लड़कर नहीं केवल अफवाह फैलाकर जीतने की आड़ लेकर बैठी है।
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रणकपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कार्यक्रम दौरान झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से भी चर्चा की तथा अन्य कार्यकर्ताओं की तरह सुझाव मतपेटी में मतदान भी किया।#TeamRajasthan #हर_बार_भाजपा_सरकार pic.twitter.com/Ti26AaRViL
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 16, 2018
कांग्रेस के पास विकास के नाम पर कोई मुद्दा नहीं
राजस्थान की माननीय मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का भी यही कहना है। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रणकपुर, पाली में कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि कांग्रेस के पास विकास के नाम पर कोई मुद्दा नहीं बचा तो वह एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की परंपरा बताकर अफवाह फैला रही है। वास्तव में अफवाह का दूसरा नाम ही कांग्रेस है जो लोगों को गुमराह कर चुनाव जीतना चाहती है लेकिन राजस्थान की जनता सब समझती है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस चाहे कितना ही झूठ फैला लें, उन्हें समझना चाहिए कि सत्य विचलित हो सकता है पराजित नहीं। हमने जनता की आंखों में प्यार, विश्वास व आशीर्वाद देखा है जो एक बार फिर भाजपा को सेवा का मौका देगी तथा कांग्रेस को बताएगी कि काम करने वालों की जीत कैसे होती है।’
कांग्रेस में आलाकमान ही सब कुछ है…
विपक्ष में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित न किए जाने पर निशाना साधते हुए सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस में आलाकमान ही सब कुछ है और उनके हाथ में ही पार्टी का रिमोट है। इसके अलग, भाजपा में कमल का निशान सर्वोपरि है और पार्टी का रिमोट खुद कार्यकर्ताओं के हाथ में है। यही कारण है कि टिकट चाहे किसी को भी मिले, सभी एकजुट होकर कमल को विजयी बनाने में जुट जाते हैं। हमारे लिए जोश, समर्पण, आत्मविश्वास और कठोर परिश्रम ही जीत का फार्मूला है जो भाजपा के हर कार्यकर्ता में कूट-कूट कर भरा है। 2013 के चुनावों में भी हमारा यही फार्मूला था और इसी की बदौलत भाजपा एक बार फिर राजस्थान में जीत का इतिहास रचेगी।
अपने ही बयान से मुकरे कांग्रेसी
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की हाल ही में संपन्न राजस्थान गौरव यात्रा को मिले अपार समर्थन एवं प्यार को देख कांग्रेसी नेता अपने ही बयानों से मुकरने लगे हैं। राजे ने कहा कि हमारी नीतियों की सफलता पर कांग्रेस बौखलाई हुई है। पहले उनके नेता कहते थे हम सत्ता में आये तो भामाशाह योजना को बंद कर देंगे व स्मार्टफोन देने की जांच कराएंगे। अब कह रहे हैं भाजपा सरकार की योजनाएं अच्छी हैं, जिन्हें हम कभी बंद नहीं करेंगे।
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