देश के सभी वाशिंदों को बैंकों से जोड़ने और बैंक खाता खुलवाने के लिए केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी प्रधानमंत्री जन-धन योजना एक नए अवतार में फिर से आ रही है। पीएमजेडीवाई को हमेशा खुली रहने वाली योजना बनाने का एक हितकारी फैसला हाल ही में लिया गया है। यानि अब प्रधानमंत्री जन-धन योजना एक पूर्ण कालीन योजना के तौर पर शुरु कर दी गई है। साथ ही योजना में कुछ और प्रोत्साहन जोड़ने का भी फैसला किया गया है। बता दें, 2014 में शुरु हुई इस योजना के बाद अब 32.41 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं। सरकारी योजनाओं से मिले अनुदान भी सीधे बैंक खातों में ही जमा कराए जाते हैं।
योजना के तहत अब तक 32.41 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं और इनमें अब तक 81,200 करोड़ रुपए की राशि जमा है। जनधन खाते खोलने वालों में 53 फीसदी महिलाएं हैं जबकि इनमें 83 फीसदी खाते आधार से जुड़े हुए हैं।
Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana have been one of the largest financial inclusion initiatives in the world. In the last four years this Yojana has changed lives of millions of Indians. The #PMJDY is a unique effort of NDA govt. to bring a positive change in the society.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) September 5, 2018
इस संबंध में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए बताया, ‘प्रधानमंत्री जन-धन योजना की भारी सफलता को देखते हुए केन्द्र सरकार ने इस योजना को हमेशा खुली रखने का फैसला किया है। अब योजना अनिश्चित काल तक खुली रहेगी।’ उन्होंने यह भी बताया कि जनधन खातों को अधिक आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने इन खातों में मिलने वाले ओवरड्राफ्ट की सुविधा को 5,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए कर दिया गया है। साथ ही अब प्रधानमंत्री जन धन खाता खोले जाने की अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 65 साल कर दी गई है।
PM @narendramodi ji has ensured that those who were left out of financial system must be brought within it for realising the dream of #NewIndia The NDA govt. is committed to make life of every Indian better than before. The benefits of #PMJDY speak loudly about the same.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) September 5, 2018
बता दें, आम जनता को बैंकों से जोड़ने और उन्हें बीमा और पेंशन जैसी वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन-धन योजना को अगस्त, 2014 में शुरु किया गया था। वित्तीय समावेश के राष्ट्रीय मिशन के तौर पर इस योजना को 4 साल के लिए चलाया गया था। पहले इस योजना में 18 से 60 साल तक के उम्र के व्यक्ति ही भाग ले सकते थे।
#PMJDY has been a boon to rural households, especially women as they are the largest beneficiaries of this scheme, which has not only given them financial independence but has led to empowerment.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) September 5, 2018