मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने हाल ही में जयपुर के झालाना स्थित भामाशाह टेक्नो हब का उदघाटन किया है। भारत का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप हब है जिसमें 700 उद्यमियों के एक साथ बैठ कर काम करने की सुविधा दी गयी है। उदघाटन के बाद से ही लोगों में भामाशाह टेक्नो हब के बारे में खास क्रेज़ है जिसके बाद से इस आईटी हब की महत्ता और भी बढ़ गई है। आखिर ऐसी क्या खासियत है आईटी के सबसे बड़े इस सेंटर में, आइए जानते हैं ….
1. खूबसूरत के साथ टेकनोलॉजी का संगम है यहां
जैसाकि पहले भी बताया है, भामाशाह टेक्नो हब भारत का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप हब है। यहां 700 उद्यमियों के एक साथ बैठ कर काम करने की सुविधा दी गयी है। उद्यमियों को काम करने में कोई दिक्कत न आये इसलिए उनके लिए जिम, ऑडिटोरियम, कांफ्रेंस रूम, रेस्टोरेंट्स, और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन से लैस फाइव स्टार फैसिलिटी भी दी गयी है। एक लरचर वर्ग फ़ीट में बने इस भामाशाह टेक्नो हब को आठ मंजिला खूबसूरत इमारत का रूप दिया गया है जिसे बनाने में 72 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। यहां सभी उच्च स्तरीय सुविधाओं के साथ आराम करने के लिए बेहतरीन आरामदायक कक्ष भी बनाये गए हैं।
2. सरकारी वित्त सहायता से बढ़ेगी एंटरप्रेन्योरशिप
यहां नए उद्यमियों को अपने स्वयं एंटरप्रेन्योर बनने का सुअवसर दिया जाएगा जिसके लिए सरकार द्वारा प्रशिक्षण, सहयोग और सहायता दी जाएगी। नए स्टार्ट-अप्स के लिए राजस्थान सरकार ने राजकीय कोष से यहाँ के लिए पांच सौ करोड़ की वित्तीय राशि की स्वीकृति भी दे दी है। पांच सौ करोड़ में से सौ करोड़ रुपये महिलाओं के स्टार्ट-अप्स के लिए तथा 50 करोड़ रुपये ग्रीन स्टार्ट-अप्स के लिए दिए जाएंगे। अगर आपके पास स्टार्ट-अप का कोई भी अच्छा आइडिया है तो उसे आजमाएं। चाहे आपका बिजनेस आइडिया आईटी से जुड़ा हो या अन्य किसी क्षेत्र से, स्टार्ट-अप की रैंकिंग, मेन्टरिंग, फंडिंग और यहां तक की आॅफिस की जगह भी सरकार देगी।
3. वन-टॉप सॉल्यूशन है यहां उपलब्ध
इस बिल्डिंग में 700 उद्यमियों के लिए स्पेस दिया गया है जो न केवल अपनी कारोबारी नीतियों की दशा और दिशा तय कर सकेंगे, साथ ही उनके व्यवसाय को चलाने के लिए फंड भी मिलेगा। यहां टिंकरिंग लैब्स और अनोखा डिजिटल म्यूजियम भी मौजूद है। यहां स्टार्ट-अप, इन्क्यूबेटर्स, वीसी व स्टार्ट-अप इंवेस्टर्स के लिए वन-टॉप सॉल्यूशन प्रदान किया जाएगा। बिल्डिंग अंदर से भी काफी खूबसूरत डिजाइन की हुई है ताकि पूरी तरह हाईटेक आॅफिस जैसा माहौल तैयार हो सके। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और फैसिलिटीज़ के अलावा उन्हें यहां उद्यम करने के लिए टेक्निकल सपोर्ट सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और अन्य जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
4. डिजिटल म्यूजियम में दिखेगी हमारी उपलब्धियां
भामाशाह टेक्नो हब में अनोखा डिजिटल म्यूजियम भी बनाया गया है। यहां अपने समय के बेहतरीन प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी लगायी जाएगी जो आने वाली पीढ़ीयों को इस वक़्त की उपलब्धियां दिखाएगी। किसी व्यापारिक योजना में फेरबदल करने के लिए यहां टिंकरिंग प्रयोगशालाएं भी तैयार की गयी है।
5. नए आईडिया को मिलेगा काम, परफॉर्मेंस पर होगी पूरी नजर
यूनीक आईडिया जिसके पास हो, उसे पहल करने का अवसर मिलेगा। टेक्नो हब के लिए चुने गए व्यवसायियों को एक साल का समय दिया जाएगा। नए व्यवसायियों की परफॉरमेंस का इवैल्यूएशन हर चार महीने में होगा। यदि नए उद्यमी अपनी परफॉरमेंस बेहतर रख पाते हैं तो उन्हें सपोर्ट मिलता रहेगा। वर्ना उन्हें बाहर कर दिया जाएगा। प्रदेश के 33 जिलों के युवा यहां आवेदन कर सकते हैं। नए उद्यमियों का चुनाव स्कोर के आधार पर किया जाएगा। उम्मीदवार यहां आइस्टार्ट के जरिये ही आवेदन कर सकेंगे।
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