उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के पार्किंग स्थल में 3 दिवसीय ऑर्किड फेस्टीवल का शुभारंभ हुआ है। वन विभाग की ओर से आयोजित अपनी तरह का राजस्थान का यह पहला फेस्टीवल है जिसमें ऑर्किड की स्थानीय और अन्य राज्यों की विभिन्न प्रजातियां प्रदर्शित की गई हैं। प्रदेश के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने आज फीता काट ऑर्किड फेस्टीवल का उदघाटन किया। उदघाटन के बाद कटारिया ने ऑर्किड फेस्टीवल की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। रंग-बिरंगे ऑर्किड के फूलों देखकर गृहमंत्री अभिभूत हुए और उनकी जानकारी लेने के साथ-साथ विभाग के प्रयासों को सराहा। इसके बाद सज्जनगढ़ स्थित मानसून पैलेस का अवलोकन कर इसके जीर्णोद्धार के कार्यों का जायजा लिया। यहां चल रहे कैफेटेरिया का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर, इंद्रपाल सिहं मथारू सहित अन्य अधिकारी एवं प्रकृति प्रेमी उपस्थित रहे।
तीन दिवसीय प्रदर्शनी प्रतिदिन प्रातःकाल 10 बजे से सांयकाल 6 बजे तक आमजन के लिए खुली रहेगी। यहां पर प्रदर्शित ऑर्किड को खरीदे जाने की सुविधा भी उपलब्ध है।
यहां प्रदर्शित अधिकांश ऑर्किड फुलवारी की नाल से लाकर प्रदर्शित किए गये हैं जो वहां प्राकृतिक रुप से पाए जाते हैं। कुछ प्रजातियों को केरल, कर्नाटक आदि राज्यों से लाकर प्रदर्शित किया गया है जो यहां के मौसम के अनुकूल हैं। – मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर
मगरमच्छ के 16 बच्चों के संरक्षण को सराहा
गृहमंत्री कटारिया ने सज्जगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पल रहे मगरमच्छ के 16 बच्चों के संरक्षण को लेकर किये जा रहे प्रयास पर प्रसन्नता जताई। उन्होनें इन बच्चों को देखा और इनको बचाने हेतु किया जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार इनके भोजन आदि की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या व उनको उपलब्ध सुविधा आदि के बारे में जानकारी ली।
सज्जनगढ़ संरक्षित क्षेत्र में एक अन्य पहाड़ी पर नया ‘क्लाउड 9’ टूरिस्ट डेस्टीनेशन विकसित किया जाएगा। इस स्थान को मुख्य वन संरक्षण राहुल भटनागर ने चिन्हित किया था।
प्रताप वन ईको टूरिज्म डेस्टीनेशन का शिलान्यास
उदयपुर शहर के ढीकली रोड़, गूगला मगरा वनखण्ड में वन विभाग द्वारा नगर निगम के वित्तीय सहयोग से 30 हैक्टर वन क्षेत्र में विकसित किये जाने वाले प्रताप वन का शिलान्यास गृहमंत्री ने किया गया। पार्क में मुख्यतः पर्यटकों हेतु दो व्यू-प्वाइंट, ईकोट्रेल, जल ग्रहण संरचनाएं, चिन्ड्रन पार्क, बेंचेज, मुख्यद्वार का निर्माण किया जाएगा। इस मौके पर क्षेत्र की हरितीतमा को बढ़ाने के लिए गृहमंत्री सहित अन्य अतिथियों द्वारा नीम, बड़, कोनोकारपस, अमलतास, चुरैल, रायण के पौधे रोपित किए। मुख्य अतिथि ने पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था एवं अधिक से अधिक पौधे लगाकर क्षेत्र को हरा-भरा करने एवं पार्क की सुरक्षा हेतु निर्देश दिए।
‘आर्किड का स्वर्ग फुलवारी की नाल’ ब्रॉशर का विमोचन
इस अवसर पर गुलाब चंद कटारिया एवं अन्य गणमान्यों ने ‘आर्किड का स्वर्ग फुलवारी की नाल’ पर आधारित चित्रनुमा ब्रॉशर का भी विमोचन किया। गृह मंत्री ने विजिटर बुक में अपने संदेश में लिखा कि प्रकृति प्रेमियों को इन पौधों के बारे में जानकारी देने हेतु इस तरह की प्रदर्शियां लगाई जानी चाहिए। साथ ही ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता है कि फुलवारी की नाल भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सके।
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