देश के बेरोजगारों युवाओं को रोजगार की ट्रेनिंग देने और कामकाजी बनाने में केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना एक कारगर कदम है। यह भारत सरकार की एक फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है जिसे कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर से चलाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत देश के बेरोजगार युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाती है ताकि उन्हें रोजगार के लिए भटकना न पड़े। इस योजना के तहत कम पढ़े लिखे युवाओं को भी रोजगार के लिए सहारा प्रदान किया जाता है। सबसे खास बात, यह योजना पूरी तरह से मुफ्त है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के उद्देश्य
केन्द्र सरकार की इस फ्लैगशिप का उद्देश्य है देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिल सके। योजना के तहत ट्रेनिंग की फीस सरकार खुद भुगतान करती है। इस स्कीम के जरिए कम पढ़े-लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) युवाओं को कौशल प्रशिक्षिण देती है। सरकार ने 2020 तक एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की खासियत
- इस योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जोकि कम पढ़े लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं।
- योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती है बल्कि सरकार द्वारा 8 हजार रुपए की राशि बतौर पुरस्कार वहन की जाती है।
- प्रधानमंत्री कौशल योजना में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है। रोजगार मेलों के जरिए युवाओं को रोजगार दिया जाता है।
- इस स्कीम में 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है। कोर्स पूरा करने के बाद ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य है।
- अपने पाठ्यक्रम के पूरा होने पर आपका एसएसी द्वारा स्वीकृत मूल्यांकन एजेंसी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। यदि आप मूल्यांकन पास कर लेते हैं और आपके पास वैध आधार कार्ड है तो आपको सरकारी प्रमाणपत्र तथा स्किल कार्ड प्राप्त होगा। उम्मीदवार एक से ज्यादा बार अपना मूल्यांकन करवा सकते हैं पर उन्हें हर बार मूल्यांकन शुल्क भरना होगा।
ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में आवेदक को अपना नामांकन कराना जरूरी होता है। इसके लिए http://pmkvyofficial.org पर जाकर अपना नाम, पता और ईमेल आदि जानकारी भरनी होती है। फार्म भरने के बाद आवेदक जिस तकनीकी क्षेत्र में ट्रेनिंग करना चाहता है, उसे चुनना होगा। इनमें कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्रों में से अपने पसंदीदा क्षेत्र का चुनाव करना होगा। एक बात याद रखें, यहां एक से अतिरिक्त तकनीकी क्षेत्रों का चुनाव किया जा सकता है। यह सभी जानकारियां भरने के बाद अपने ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होगा। सभी सूचना भरने के बाद फार्म को सेव कर दीजिए और अपने लेटर आने का इंतजार करें। अपनी मेल आईडी, फोन नंबर और पत्राचार का पता ध्यान से भरें।
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