राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गंगापुर सिटी में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार 37 हजार करोड़ रूपए की लागत वाली ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) पर भी काम कर रही है। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि इस परियोजना से राज्य के पूर्वी हिस्से के 13 जिलों सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, दौसा, टोंक, भरतपुर, कोटा, बूंदी, अलवर, बारां, झालावाड़, अजमेर और जयपुर में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ईस्टर्न प्रोजेक्ट पर केन्द्र सरकार की मदद के लिए कई बार दिल्ली जाकर केन्द्रीय मंत्रियों से मिल चुकी है। ईस्टर्न प्रोजेक्ट राजे सरकार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक है।
प्रोजेक्ट से किसानों को दोनों फसलों के लिए भी पर्याप्त पानी मिल सकेगा
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि ईआरसीपी परियोजना के तहत पार्वती, कालीसिंध, मेज एवं चाकन सहित विभिन्न नदियों के पानी को व्यर्थ बह जाने से रोककर सिंचाई और पेयजल के उपयोग में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को धौलपुर लिफ्ट एवं चम्बल लिफ्ट परियोजनाओं से भी जोड़ा जाएगा, जिससे इन जिलों में किसानों को दो फसलें लेने के लिए भी पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईस्टर्न प्रोजेक्ट से प्रदेश के 13 जिलों के किसानों की तकदीर बदल जाएगी।
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गंगापुर सिटी में पहली बार लगा 220 केवी क्षमता का जीएसएस
मुख्यमंत्री राजे ने जनसंवाद कार्यक्रम में कहा कि गंगापुर सिटी विधानसभा क्षेत्र में घर-घर तक बिजली पहुंचाने का जितना काम पिछले साढ़े चार साल में हुआ है उतना आजादी के बाद पहले कभी नहीं हुआ। पहली बार इस क्षेत्र में 220 केवी क्षमता का जीएसएस स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 33 केवी के 7 जीएसएस पिछले साढ़े चार साल में ही बने हैं तथा शीघ्र ही एक और जीएसएस स्थापित किया जाएगा। पिछले चार साल में इस क्षेत्र में 800 कृषि कनेक्शन तथा 12 हजार 302 घरेलू विद्युत कनेक्शन दिए गए हैं।