भारतीय रेलवे में सौंदर्यीकरण के लिए राजस्थान के कोटा रेलवे स्टेशन को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इसके लिए कोटा रेलवे स्टेशन को तीन लाख रूपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कोटा रेलवे स्टेशन को देशभर में अपनी सुविधाओं एवं सौंदर्य को लेकर तीसरा स्थान मिला है। इससे पहले देशभर से रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे स्टेशनों की प्रविष्टियां आमंत्रित की थी। इसके नतीजे हाल ही में रेल मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय जूरी ने घोषित किए हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कोटा मंडल के सभी रेलकर्मियों को बधाई दी है।
देशभर में सबसे सुन्दर रेलवे स्टेशन के रूप में कोटा को तीसरा स्थान मिलने पर कोटा मंडल के सभी रेलकर्मियों एवं #TeamRajasthan को मेरी ओर से हार्दिक बधाई!
राजस्थानियों के सौन्दर्यीकरण को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलना प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। #MyRajasthan pic.twitter.com/he1vlxu6km— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) 9 May 2018
मंडल रेल प्रबंधक यूसी जोशी ने पुरस्कारों की घोषणा होने पर कोटा मंडल के सभी रेलकर्मियों एवं अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा है कि उनके कार्यकाल में कोटा स्टेशन के सौंदर्यीकरण को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलना कोटा मंडल के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण पश्चिमी मध्य रेलवे के लिए गौरव की बात है।
इस बारे में सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया, ‘कोटा रेलवे स्टेशन अन्य रेलवे स्टेशनों से कई गुना बेहतर है। यहां यात्रियों को सब प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। यहां पर अन्य स्टेशनों की अपेक्षा पेंटिंग, स्वच्छता, प्लेटफार्म पर शौचालयों की स्थिति तथा पेयजल की व्यवस्था समेत अन्य सुविधाएं बेहतर हैं।’
- पहला स्थान मध्य रेलवे के बल्लारशाह एवं चंद्रपुर रेलवे स्टेशनों को मिला है। इन्हें संयुक्त रूप से देश के खूबसूरत सौंदर्यीकरण वाले रेलवे स्टेशनों के लिए चुना गया है और प्रथम पुरस्कार स्वरूप 10 लाख रूपए का पारितोषित मिला है।
- दूसरे स्थान पर मध्य पूर्वी रेलवे के मधुबनी और दक्षिण के मदुराई रेलवे स्टेशन को हासिल हुआ है। दोनों को पांच-पांच लाख रूपए का इनाम दिया जाएगा।
- तीसरे स्थान पर पश्चिमी रेलवे के गांधीधाम, दक्षिण मध्य के सिकंदराबाद और पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा स्टेशन को संयुक्त रूप चुना गया है जिन्हें तीन-तीन लाख का पुरस्कार रेल मंत्रालय द्वारा दिया जाएगा।
read more: सौभाग्य योजना में शत प्रतिशत लक्ष्य पाने पर राजस्थान सरकार की केंद्र ने थपथपाई पीठ