अब राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की पेयजल संबंधी समस्या जल्दी सुलझ सकेगी। इसके लिए प्रतापगढ़ जिले के ब्लॉक प्रतापगढ़, पीपलखूंट व अरनोद के कुल 554 गावों को जाखम बांध परियोजना से जोड़ा जाएगा। इससे उनकी पीने के पानी की समस्या का निदान हो सकेगा। इस जाखम बांध परियोजना पर 918.32 करोड़ रूपए की लागत आएगी। योजना के प्रस्ताव को 4 अक्टूबर को विभाग की नीति निर्धारण समिति की 200वीं बैठक में पहले ही प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। इस परियोजना की वित्तीय स्वीकृति जारी करवाए जाने के क्रम में प्रस्ताव वित्त विभाग को प्रेषित किए जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। यह जानकारी जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने विधानसभा में दी है।
विधानसभा के शून्यकाल में गोयल ने इस संबंध में उठाए मुद्दों पर हस्तक्षेप करते हुए बताया कि’सरकार आपके द्वार’कार्यक्रम के दौरान उदयपुर संभाग में (16 अगस्त से 25 अगस्त, 2014) के दौरान की गई घोषणा की अनुपालना में जिला प्रतापगढ़ के ब्लॉक प्रतापगढ़, पीपलखूंट व आरनोद के कुल 554 गावों को जाखम बांध के पानी से लाभान्वित करने के लिए वृहद पेयजल परियोजना के सर्वेक्षण एवं डीपीआर तैयार करने के लिए विभाग द्वारा मैसर्स पीडीकोर लिमिटेड, जयपुर को कार्यादेश जारी किया गया। पीडीकोर लिमिटेड द्वारा तैयार की गई परियोजना की ड्राफ्ट डीपीआर को, बजट घोषणा की अनुपालना में 12 सितंबर, 2017 को विभाग की तकनीकी समिति की 657वीं बैठक में तकनीकी क्लियरेन्स प्रदान कर दी गई है।
आगे गोयल ने बताया कि जाखम बांध परियोजना के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा 890 एमसीएफटी (MCFT) जल का आरक्षण, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा माही बांध से जाखम बांध (नागलिया हैडवक्र्स) तक जल स्थानान्तरित करने के कार्य की शेयर लागत वहन करने की शर्त के अधीन जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा माही से जाखम बांध परियोजना में जल स्थानान्तरण तंत्र को विकसित कर योजना के लिए जल उपलब्ध करवाने में लगने वाले समय एवं शेयर लागत का आकलन कर विभाग को अवगत करवाने के लिए कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
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