मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने दिव्यांगजनों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए चलाए गए यूडीआईडी अभियान में एक खास मुकाम हासिल किया है। दरअसल, राजस्थान यूडीआईडी कार्ड जारी करने के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य के विशेष योग्यजनों के सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान के दौरान अब तक प्रदेश में 9 लाख 37 हजार से अधिक दिव्यांगजनों का ऑनलाईन पंजीकरण किया जा चुका है। इनमें से एक लाख 83 हजार 106 को निःशक्तता प्रमाण पत्र जारी करने के साथ 1 लाख 45 हजार दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बनाये जा चुके हैं।
यूडीआईडी कार्ड जारी करने में राजस्थान दूसरे नंबर पर
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देश में यूडीआईडी कार्ड जारी करने में मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पंजीकृत दिव्यांगजनों का प्रमाणीकरण, निःशक्तता प्रमाण पत्र बनाने एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड बनाने का कार्य शिविरों के माध्यम से नियमित जारी है।
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दिव्यांगजनों के लिए 8 हजार 479 पंजीकरण शिविर किए जा चुके हैं आयोजित
मंत्री डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 21 तरह के निःशक्तता की श्रेणियों की अधिसूचना जारी कर दी गयी है। अब 21 तरह के दिव्यांगजनों का प्रमाणीकरण निःशक्तता प्रमाण पत्र जारी करने के बाद मिलने वाली सहायता एवं आवश्यक उपकरण उन्हें उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 1 जून 2017 से अब तक प्रदेश में 8 हजार 479 पंजीकरण शिविर एवं 1 हजार 801 प्रमाणीकरण शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। वहीं, अब तक 6 हजार 259 सहायक उपकरण दिव्यांगजनों को प्रदान किए गए हैं।