प्रदेश में चल रहे राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार अभियान के चौथे चरण में जयपुर जिले में अब तक 26 हजार 711 मामलों का निस्तारण किया जा चुका है। आंकड़े मंगलवार तक के हैं। यह सभी मामले उपखण्ड अधिकारी, सहायक कलक्टर एवं तहसीलदारों के स्तर पर आयोजित शिविरों में हल हुए हैं। इस संबंध में जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि उपखण्ड अधिकारियों एवं सहायक कलक्टर स्तर पर आयोजित शिविरों में 2 हजार 147 एवं तहसीलदारों के स्तर पर शिविरों में 24 हजार 564 प्रकरणों का निस्तारण हुआ है।
जयपुर जिले में तहसीलदारों के स्तर पर राजस्व लोक अदालतों में मंगलवार तक आयोजित शिविरों में 24 हजार 564 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसमें एल.आर.एक्ट 135 के तहत नामान्तकरण के 4 हजार 906, खाता दुरूस्ती के 3 हजार 48, खाता विभाजन के 1 हजार 70 व सीमाज्ञान के 201, गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार के 10 प्रकरणाें का निस्तारण किया गया। इसके अलावा 5253 राजस्व रिकार्ड की नकल प्रदान की गई तथा 9 हजार 700 अन्य प्रकरणों का निस्तारण किया गया। सीमाज्ञान के लिए 286 आवेदन और नए राजस्व गांवो के लिए दो आवेदन प्राप्त किए गए है।
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इनके अलावा, जिले में उपखण्ड अधिकारियों एवं सहायक कलक्टर के स्तर पर मंगलवार तक आयोजित राजस्व लोक अदालत के शिविरों में 2 हजार 147 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है। एसडीएम व एसीएम के स्तर पर शिविरों में एक्ट 53 आपसी सहमति से विभाजन के 197 तथा एक्ट 88 में खातेदारी अधिकार के 388 प्रकरण निस्तारित करते हुए लोगों को लाभान्वित किया गया। एक्ट 136 के तहत इन्द्राज दुरूस्ती के 422, एक्ट 188 में स्थाई निषेधाज्ञा के 146, नामांतरण अपील के 25, इजराय के 56, रास्ते संबंधी 17, गैर खातेदारी से खातेदारी के एक तथा पत्थरगढ़ी के 65 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें 1664 पुराने व 483 नए प्रकरण शामिल हैं।
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