मौजूदा साल राजस्थान के किसानों के लिए कई सारी योजनाएं लेकर आया है। वसुन्धरा सरकार की बदौलत अब प्रदेश के 25 लाख से अधिक किसानों को वर्ष 2018-19 में 16 हजार करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त अल्पकालीन फसली ऋण का वितरण किया जाएगा। साथ ही इस वर्ष राज्य के किसानों को 1 हजार करोड़ रूपए का अतिरिक्त ऋण वितरित होगा। यह जानकारी दी है प्रदेश के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने।
किलक ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण में कीर्तिमान स्थापित कर देश में अग्रणी स्थान बनाया है। इसके तहत 10 हजार करोड़ रुपए खरीफ सीजन में तथा 6 हजार करोड़ रूपए रबी सीजन में वितरित किया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा वितरित होने वाला अल्पकालीन फसली ऋण खरीफ सीजन में 1 अप्रेल से 31 अगस्त तक तथा रबी सीजन में 1 सितम्बर से 31 मार्च तक किसानों को वितरित किया जाता है।
इन जिलों में वितरित होंगे 10 हजार करोड़
खरीफ सीजन में केन्द्रीय सहकारी बैंक सर्वाधिक 700 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त फसली सहकारी ऋण श्रीगंगानगर जिले को वितरित करेगा। राजस्थान के शेष जिलों में ऋण वितरण इस प्रकार से होगा …
- श्रीगंगानगर: 700 करोड़ रूपए
- हनुमानगढ़: 630 करोड़ रूपए
- बाड़मेर: 600 करोड़ रूपए
- जयपुर: 570 करोड़ रूपए
- पाली: 500 करोड़ रूपए
- सीकर: 470 करोड़ रूपए
- जोधपुर एवं चित्तौड़गढ़: 460-460 करोड़ रूपए
- जालोर: 450 करोड़ रूपए
- भीलवाड़ा: 430 करोड़ रूपए
- झालावाड़: 410 करोड़ रूपए
- झुंझुनूं: 350 करोड़ रूपए
- नागौर एवं कोटा: 340-340 करोड़ रूपए
- अलवर: 330 करोड़ रूपए
- अजमेर: 310 करोड़ रूपए
- भरतपुर: 300 करोड़ रूपए
- सवाईमाधोपुर: 290 करोड़ रूपए
- बीकानेर एवं चूरू: 240-240 करोड़ रूपए
- दौसा, उदयपुर एवं बूंदी: 220-220 करोड़ रूपए
- बारां: 200 करोड़ रूपए
- जैसलमेर: 180 करोड़ रूपए
- सिरोही: 170 करोड़ रूपए
- बांसवाड़ा: 150 करोड़ रूपए
- डूंगरपुर: 120 करोड़ रूपए तथा
- टोंक 100 करोड़ रूपए।
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