जयपुर। राजस्थान में महामारी कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश में शनिवार को कोरोना के 170 नए मामले सामने आए। इनमें अलवर में 40, जयपुर में 33, उदयपुर में 31, नागौर में 21, भरतपुर में 17, सवाई माधोपुर और राजसमंद में 7-7, झुंझुनू, बाड़मेर, प्रतापगढ़ और करौली में 3-3, कोटा और टोंक में 1-1 संक्रमित मिले। इसके साथ कुल पॉजिटिव का आंकड़ा 23344 पहुंच गया। वहीं, 2 लोगों की मौत भी हो गई। इनमें अजमेर और जयपुर में 1-1 व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। कुल मृतकों की संख्या 499 पहुंच गई। इससे पहले शुक्रवार को कोरोना के 611 नए केस सामने आए। इनमें अलवर में 126, जोधपुर में 114, पाली में 71, बाड़मेर में 49, जयपुर में 46, अजमेर में 36, बीकानेर में 35, भरतपुर में 25, चूरू में 15, हनुमानगढ़ में 13, नागौर में 12, धौलपुर में 9, सीकर में 8, कोटा और झुंझुनू में 7-7, करौली में 6, सिरोही और जालौर में 5-5, राजसमंद में 4, श्रीगंगानगर में 4, उदयपुर और सवाई माधोपुर में 3-3, डूंगरपुर, बूंदी और चित्तौड़गढ़ में 2-2, झालावाड़ और टोंक में 1-1 संक्रमित मिले। वहीं, 6 लोगों की मौत हो गई। इनमें बीकानेर में 3, अजमेर, भरतपुर और सवाई माधोपुर में 1-1 की मौत हो गई।

अब तक 499 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 499 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 169 की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 65, भरतपुर में 41, कोटा में 26, अजमेर में 24, बीकानेर में 18, नागौर में 15, धौलपुर में 11, पाली में 15, सवाई माधोपुर में में 8, सिरोही और सीकर में 7-7, अलवर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में 6-6, उदयपुर में 5, बाड़मेर, करौली और बारां में 4-4, जालौर, झुंझुनू, गंगानगर और दौसा में 3-3, चूरू और बांसवाड़ा 2-2, डूंगरपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़ और टोंक में 1-1 की मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरे राज्य से आए 31 व्यक्ति की भी मौत हुई है।

टल सकते हैं अगस्त में प्रस्तावित निकाय पंचायत और नगर निगम चुनाव
अगस्त में प्रस्तावित नगर निकाय, पंचायत और नगर निगमों के चुनाव स्थगित हो सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने शुक्रवार को इस संबंध में गृह विभाग, पंचायती राज, स्वायत्त शासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ बैठक की। इसमें अधकारियों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए अगस्त में प्रस्तावित चुनावों को टालने का अनुरोध किया। मेहरा ने कहा कि संबंधित विभागों से मिली जानकारी के बाद आयोग उचित समय पर आगामी चुनाव के बारे में निर्णय लेगा।