राजस्थान के बीकानेर जिले का सबसे बड़ा व प्रसिद्ध कोलायत मेला आज से शुरू हो रहा है। कोलायत मेला स्थल बीकानेर से करीब 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मेला वैदिक ऋषि कपिल मुनि की याद में मनाया जाता है। मान्यता है कि कपिल मुनि ने एक पीपल के पेड़ के नीचे अपनी देह त्याग कर शरीर समर्पित किया था। तभी से यहां कोलायत मेला का आयोजन किया जाता है। भारतीय कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन यहां हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। देसी श्रद्धालुओं के साथ विदेशी पर्यटकों की भारी संख्या भी यहां देखी जा सकती है। यहां पशु मेला भी भरता है जो लोगों में आकर्षण के साथ अपनी एक खास पहचान भी रखता है।
कोलायत झील का स्नान देता है पापों से मुक्ति
यहां एक पुरानी झील भी मौजूद है जो चारों ओर बरगद के पेड़ से आच्छादित है। कपिल मुनि को समर्पित एक मंदिर कपिल मुनि घाट पर स्थित है जिसमें कपिल ऋषि की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित है। स्वयं को पापों से मुक्त कराने और मोक्ष प्राप्ति के लिए बड़ी तादात में लोग यहां आते हैं और पवित्र कोलायत झील में डुबकी लगाते हैं। वैसे तो यहां साल के 12 महीने ही श्रद्धालुओं की संख्या बनी रहती है लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर झील में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
झील के किनारे कई मंदिर और घाट स्थित हैं। कुछ घाट केवल महिलाओं के स्नान के लिए है जो उन्हें गोपनीयता प्रदान करते हैं। माना जाता है कि कोलायत झील में दिए जलाकर बहाने से परिवार के कष्ट भी दियों के साथ बह जाते हैं। महर्षि कपिल तथा कोलायत झील का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। वैसे तो कोलायत एक शुष्क इलाका है लेकिन यहां कोलायत झील का मौजूद होना और गर्मी के बावजूद यहां श्रद्धालुओं का वर्षपर्यंत आना इस क्षेत्र की पवित्रता और श्रद्धा को दर्शाता है।
आपको बता दें कि कोलायत की यात्रा को एक तीर्थ स्थल की यात्रा से भी श्रेष्ठ माना गया है। यहां पर आने और एक रात्रि के प्रवास को अन्य तीर्थ पर 10 वर्षों के प्रवास के तुल्य माना जाता है।
पशु मेला रखता है खास महत्व
कोलायत मेला और पवित्र झील के धार्मिक आयोजन के साथ साथ पशु मेले का भी आयोजन किया जाता है। इस पशु मेले में भैंस, ऊंट, घोड़े सहित अन्य मवेशी बेचे व खरीदे जाते हैं। मेले में श्रेष्ठ पशु प्रजानकों को स्थानीय सरकार द्वारा प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिया जाता है।
कैसे पहुंचे कोलायत मेला
कोलायत मेला स्थल बीकानेर जिले के दक्षिण-पश्चिम में 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राजस्थान के कई जिलों से बीकानेर रेल मार्ग व सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। बीकानेर से कोलायत के लिए एक सीधा रेल मार्ग है। नियमित बसें बीकानेर से कोलायत के लिए चलती हैं। कार या स्वयं के वाहन से यात्रा करना भी सहज है।
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