राजस्थान में बीजेपी अब पूरी तरह से चुनावी मोड में दिखाई देने लगी है। हाल ही में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसंवाद रैली के बाद से बीजेपी आगामी चुनाव की तैयारी को लेकर पहली बार ज्यादा सक्रिय नज़र आ रही है। चुनाव को देखते हुए प्रदेश पार्टी संगठन में भी बड़े बदलाव की तैयारियां की जा रही है। जानकारी के अनुसार जल्द ही नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी। सोमवार को राजधानी जयपुर स्थित बीजेपी मुख्यालय में कोर कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना व प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने संगठन में जल्द बड़े बदलाव की बात कही है। नवनियुक्त बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए जल्द ही नई कार्यकारिणी बनायी जाएगी। उन्होंने कहा कि संगठन में बदलाव कर नई कार्यकारिणी में युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
राजे की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक, गांव-गांव जाकर संवाद करेगी भाजपा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी समेत संगठन प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, मंत्री और विधायकों के साथ आने वाले चुनावों की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। संगठन प्रभारी अविनाश राय खन्ना व प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने बैठक खत्म होने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें संगठन प्रभारी खन्ना ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में सरकारी योजनाओं के जो लाभार्थी नहीं आ सके, उनके घरों पर जाकर उनसे संवाद स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा बढ़ाए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी भी किसानों को गांव-गांव जाकर दी जाएगी। बैठक में आगामी चुनावी दौरों के कार्यक्रम तय करने को लेकर भी चर्चा की गई।
मोदी ने भरी सभा में मेरा जिक्र किया इससे मेरे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी आ गई: सैनी
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भरी सभा में मेरा जिक्र किया इससे मेरे ऊपर और भी बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। चुनाव से पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदलने से पार्टी पर आने वाले असर के सवाल पर संगठन प्रभारी खन्ना ने कहा कि पार्टी को सैनी के रूप में बेहद सक्षम प्रदेशाध्यक्ष मिला है और इसका असर पार्टी पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी किसी कार्यकर्ता की पीठ थपथपाते हैं तो यह बड़ा मैसेज है। कोर कमेटी की इस बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा जातियों की नाराजगी को लेकर हुई। इसमें राजपूत और दलित वोटर जो पार्टी से दूर होते नज़र आ रहे हैं, उन्हें कैसे वापस पार्टी के साथ लाया जाए इस पर भी मंथन हुआ।