मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार को किशनगढ़ के पास सलेमाबाद में जगद्गुरू श्री निम्बार्काचार्य श्री राधासर्वेश्वर शरणदेवाचार्य श्री श्रीजी महाराज के भगवद्धाम प्रवेश महोत्सव एवं युवाचार्य श्री श्यामशरण देव के आचार्य पीठाभिषेक समारोह में भाग लिया ।
36 कौमों के साथ होगा राजस्थान का विकास
सलेमाबाद में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि संतों के आशीर्वाद से हम प्रदेश की 36 कौमों को साथ लेकर राजस्थान का विकास करेंगे। राजस्थान सरकार का लक्ष्य प्रदेश की जनता को राहत देना और उनके दुख-दर्द दूर करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महान संतों के विचार और आदर्शों पर चलकर हम सभी क्षेत्रों का विकास कर सकते हैं। धर्मनीति पर चलने की राह आसान नहीं है, लेकिन रास्ता चाहे कितना भी मुश्किल हो हम संतों के आशीर्वाद से आगे बढेंगे।
मुख्यमंत्री ने सलेमाबाद को दी सौगात
मुख्यमंत्री राजे ने सलेमाबाद को सौगात देते हुए कहा कि मेगा हाईवे से सलेमाबाद निम्बार्क पीठ तक करीब 3 करोड़ रूपए की लागत से 10 किलोमीटर लम्बी टू लेन सड़क शीघ्र बनकर तैयार हो जाएगी। मुख्यमंत्री राजे ने दिवंगत पीठाधीश्वर श्रीजी महाराज को नमन करते हुए कहा कि श्रीजी महाराज ने दुनिया को धर्म के पथ पर चलने का रास्ता दिखाया। उन्होंने अपने जीवन में 48 महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की। राज्य सरकार ने उनके द्वारा रचित भारत भारती वैभवम को कक्षा 10 के संस्कृत विषय के पाठ्यक्रम में शामिल किया है, जो कि अगले सत्र से पढ़ाई जाएगी।
सलेमाबाद में आधुनिक चिकित्सालय की घोषणा
निम्बार्काचार्य पीठ के युवाचार्य श्री श्यामशरण देव ने समस्त क्षेत्रवासियों जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री राजे ने श्रीजी के नाम से एक विश्वविद्यालय तथा पूर्ण सुविधाओं युक्त एक चिकित्सालय सलेमाबाद में स्थापित करने की घोषणा की।
संतों के आसन के पास बैठीं रही मुख्यमंत्री
आयोजकों ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के लिए कुर्सी लगाई थी लेकिन श्रीमती राजे ने संत चरणों में बैठने को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री पूरे कार्यक्रम के दौरान संतों के आसन के पास ही बैठीं रहीं।
समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि दी एवं मन्दिर में किए दर्शन
इससे पहले मुख्यमंत्री हवाई पट्टी से सीधे निम्बार्काचार्य पीठ के श्रीजी महाराज की समाधि स्थल पर गई तथा पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। श्रीमती राजे मन्दिर में दर्शन भी किए एवं युवाचार्य श्री श्यामशरण देव एवं योग गुरू बाबा रामदेव से आशीर्वाद लिया।