जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव में शानदार जीत करने के बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनकर तैयार है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और दो उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा ने अपने पद की शपथ ले ली है। लेकिन, अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है। कई तारीखों के बीच आज की तारीख को लोग लगभग तय मान रहे थे कि राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सभी के मन में सवाल उठा रहा है कि इसके पीछे क्या कारण है। क्या पार्टी के अंदर कोई दिक्कत है। आखिरकार कहां पर पेच फंसा हुआ है।
मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी पर उठने लगे सवाल
प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी पर सवाल उठने लगे है। सीएम भजनलाल शर्मा के शपथ लेने के बाद पार्टी के बड़े नेताओं का बयान भी इस संबंध में नहीं आया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत बड़े नेता चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि वसुंधरा राजे कैंप पूरी तरह से खामोश है। सियासी जानकार बड़े नेताओं के चुप्पी की अलग-अलग सियासी मायने निकाल रहे हैं।
पार्टी नेताओं की अलग-अलग राय
सियासी जानकारों का कहना है कि मंत्री किसे बनाया जाए और किसे नहीं। इसको लेकर पेच फंसा हुई है। चर्चा है कि अमित शाह पुराने औऱ अनुभवी नेताओं को मंत्री नहीं बनाए जाने के पक्ष में हैं। जबकि पार्टी का दूसरा खेमा चाहता है कि वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी नहीं की जाए। यहीं मामला फंसा हुआ है। कुछ नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल का गठन करना चाहिए।
सीएम ने की पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात
बुधवार को 16वीं विधासनभा का पहला सत्र शुरू हुआ। सत्र के पहले दिन नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के बाद देर शाम मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा दिल्ली रवाना हो गए। मुख्यमंत्री तीन दिन में दूसरी बार दिल्ली पहुंचे। सीएम दिल्ली से लौट आए है। सीएम ने पीएम मोदी और अमित शाह समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की है।
बनाए जा सकते हैं 30 मंत्री
राजस्थान में सीएम, डिप्टी सीएम और स्पीकर के नाम की घोषणा के बाद अब सबकी निगाहें मंत्रिमंडल के विस्तार पर टिकी है। राजस्थान में विधायकों की संख्याबल के हिसाब से अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मुंख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमार और प्रेम चंद बैरवा के रूप में तीन मंत्रियों की घोषणा पहले ही हो चुकी है। ऐसे में अब 27 विधायक मंत्रिपद की रेस में शामिल हैं।
वसुंधरा राजे की चुप्पी से सस्पेंस
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने सीएम भजनलाल शर्मा के शपथ लेने के बाद से कोई बड़ा राजनीतिक बयान नहीं दिया है। चुप्पी के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इस बीच, पूर्व सीएम के आसास पर हलचल बढ़ने से सियासी पारा भी गर्मा गया है। राजे समर्थकों ने मुलाकात की है। माना जा रहा है कि इस बार भजनलाल कैबिनेट में राजे समर्थक विधायकों मंत्री नहीं बनाया जाएगा।
जल्द होगा कैबिनेट विस्तार
इन तमाम जानकारी और कार्यक्रमों के बीच यह सवाल सभी पूछ रहे है कि आखिर मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को राजस्थान कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। 29 दिसंबर को संभावित तिथि बताने वाले सूत्रों का यह भी कहना है कि कुल 30 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। कुछ मीडिया एजेंसी की मानें तो राजभवन की वीडियो सामने आई है, जहां तैयारी पूरी कर ली गई है।