जयपुर। राजस्थान में बीते कुछ दिनों से आत्महत्या के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अलवर में कर्ज से परेशान दंपती ने कीटनाशक पीकर अपनी जान दे दी। यह मामला बहरोड़ के बीरनवास का है। बताया जा रहा है कि मृतक दंपत्ति कर्ज में डूब गया था। मांढ़ण थाना पुलिस के अनुसार ग्राम बीरनवास निवासी विकास (40) पुत्र ब्रह्मानंद यादव और उर्मिला (35) पत्नी विकास ने अज्ञात कारणों के चलते कीटनाशक दवा सेवन के चलते कर लिया। मंगलवार सुबह नीमराना के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया। जयपुर के निम्स अस्पताल में पहले विवाहिता उर्मिला और बाद में विकास ने दम तोड़ दिया।
मृतक के एक बेटा और एक बेटी
पुलिस को सूचना मिलने पर मांढ़ण थाना हेड कांस्टेबल सुभास चन्द अस्पताल पहुंचे। जहां दोनों के शवों को सुरक्षित रखवा दिया गया है। गुरूवार सुबह शवों का पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद आज शव पैतृक गांव लाएं जाएंगे। जिनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मृतक का एक बेटा और एक बेटी है। बेटा रोहित 11वीं कक्षा में पढ़ता है। जबकि बेटी नेहा 9वीं क्लास में पढ़ाई करती है। मृतक अधिकांश गांव पटौदी हरियाणा में अपनी बहन के पास परिवार सहित रहता था।
BSF जवान का मिला सुसाइड नोट,ससुराल वालों से था परेशान
भारत-पाकिस्तान सरहद पर BSF के जवान संदीप ने घरेलू कलह से परेशान होकर अपनी जान दे दी थी। जवान का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि मेरी मां को मेरा नॉमिनी बनाया जाए और दोस्तों से उधार लिया पैसा लौटाया जाए। BSF से मिली जानकारी अनुसार कर्नाटक के रहने वाले जवान संदीप बिरादर (30) पुत्र सुरेश ने मंगलवार सुबह ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली थी। जवान ने धनाना पोस्ट पर ड्यूटी के दौरान सुसाइड किया था। गोली की आवाज सुनकर पास में ही ड्यूटी कर रहे जवान आए और जवाहिर हॉस्पिटल लाए जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
राजसमंद: एलिवेटेड से कूदकर युवक ने किया सुसाइड
एक तरफा प्यार में 22 साल के युवक ने एलिवेटेड पुलिया से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। खुदकुशी से पहले उसने रील बनाकर इंस्टाग्राम पोस्ट की और स्टेटस शेयर किया- उसे मेरी मौत से खुशी होगी तो उसे खुश रहने दो। सुसाइड के दौरान बाजार में मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। घटना राजसमंद के नाथद्वारा थाना क्षेत्र के NH-8 की बुधवार शाम की है। पुलिस ने बताया कि पीपरड़ा नवा कुआं निवासी श्रवण सिंह उदयपुर के उदियापोल स्थित नटराज रेस्टोरेंट में काम करता था। मंगलवार को वह यह कहकर उदयपुर से निकला था कि घर पर काम है। उदयपुर-राजसमंद हाईवे पर नाथद्वारा में आइकॉनिक गेट के सामने एलिवेटेड पुलिया पर पहुंचा। इसके कुछ देर बाद ही वह पुलिया की दीवार पर चढ़ा और मुंह पर रूमाल बांधा। दीवार पर खड़े होकर दोनों हाथ फैलाए और चंद सेकेंड में ही वह पुलिया से नीचे गिर गया।
कोटा में कर्जे से परेशान किसान ने किया था सुसाइड
बीते दिनों कोटा जिले के नांता थाना क्षेत्र कर्जे से परेशान होकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। बताया जा रहा है कि डिप्रेशन में आकर एक किसान ने मौत को गले लगा लिया। किसान ने तड़के मकान के गेट में फांसी लगा ली। परिजन उठे तो किसान फांसी पर लटका मिला। जिसे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर आए। ड्यूटी डॉक्टर ने चैक कर मृत घोषित किया। मृतक किसान राजाराम मीणा (50) बड़गांव का निवासी था। बताया जा रहा है कि फसल नहीं होने व कर्ज से परेशान था। तक के छोटे भाई ब्रजराम ने बताया- राजाराम के 4 बीघा जमीन है। जिस पर धान लगा रखा है। बारिश नहीं होने से फसल को पानी नहीं दे पा रहा था।
ओलावृष्टि से फसल हुई थी खराब
पिछले साल भी ओलावृष्टि से फसल खराब हुई थी। दो साल पहले बेटी की शादी की थी। राजाराम पर करीब 5 लाख का कर्ज था। वो कई दिनों से गुमसुम रहते थे। डिप्रेशन में आकर उसने तड़के 4 बजे फांसी लगा ली। रात ढाई बजे तक राजाराम जग रहा था। बड़े बेटे ने उसे देखा था। राजाराम के दो बेटे है, दोनों ही पढ़ाई करते है।
लोग क्यों उठा लेते हैं सुसाइड जैसे कदम
सुसाइड या आत्महत्या, जान-बूझकर खुद की जान लेने की कोशिश का नाम है। ज्यादातर लोगों की आत्महत्या के लिए कई तरह मेंटल डिसऑर्डर जैसे, डिप्रेशन, बायपोलर डिसऑर्डर, सिजोफ्रेनिया, पर्सनैलिटी डिसऑर्डर, एंग्जाइटी डिसऑर्डर आदि जिम्मेदार होते हैं। इसके अलावा बहुत से लोग ज्यादा शराब पीने या नशे के शिकार होने के कारण भी आत्महत्या कर लेते हैं। कुछ आत्महत्या के मामलों के पीछे इंसान की बेकाबू भावनाएं जिम्मेदार होती हैं। कई बार लोग स्ट्रेस, आर्थिक समस्याओं, रिलेशनशिप की समस्याओं जैसे ब्रेकअप या प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड जैसे कदमों को उठा लेते हैं। सुसाइड का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है जिन्होंने पहले कभी खुदकुशी की कोशिश की हो।