मेवाड़। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद विधानसभा और मेवाड़ में दो जगहें खाली हो गई हैं। कटारिया को असम राजभवन भेजे जाने से वे अब सक्रिय राजनीति से दूर हो गए हैं। वहीं, अब मेवाड़ में बीजेपी का किला कौन अभेद रख पाएगा, इसकी राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है।
युवराज को लेकर कयास तेज!
बता दें कि कटारिया बीते 5 दशक से राजनीति में थे और उनके रहते मेवाड़ में कोई दूसरा क्षत्रप नहीं पैदा हो पाया। जानकारों का कहना है कि बीजेपी ने कटारिया को ऐसे मौके पर राज्यपाल की कुर्सी देकर बीजेपी में नए बदलाव के संकेत दिए हैं जिसे नए चेहरों के आगमन के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में मेवाड़ के युवराज डॉ. लक्ष्यराज सिंह का नाम भी चर्चा में है। माना जा रहा है कि बीजेपी अब इन पर दांव खेल सकती है।
इनके नाम की भी चर्चा
सियासी चर्चाओं को देखें तो अब उदयपुर शहर में बीजेपी के जिलाध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली और बीजेपी महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा का नाम भी टिकट के अगले दावेदारों में चल रहा है। हालांकि ये सभी पार्टी से जुड़े हैं तो उनके नामों की चर्चाएं हो रही हैं। वहीं लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने भी अपनी राजनीति में एंट्री को लेकर पूछे गए सवालों पर अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है।